नोर्मल डिलेवरी करवानी हो तो एमजीएच में पांच हजार की गोली !

भीलवाड़ा (हलचल)। महात्मा गांधी अस्पताल में अगर नोरमल डिलेवरी करवानी हो तो वहां दलाल नर्सें पांच हजार रुपए की गोली देती है। यह गोली प्रसूताओं की जान भी ले सकती है। ऐसी ही एक गोली लेने वाली प्रसूता की हालत बिगड़ गई तो कथित नर्स ने आधी रात को हाथ खड़े कर दिये। जब प्रसूता के भाई ने मामले की जांच की लिखित में शिकायत की तो कथित नर्स उन्हें डराने धमकाने घर तक पहुंच गई।
बापूनगर के रहने वाले मयंक बंसल ने महात्मा गांधी अस्पताल के प्रभारी डॉ.सुलभ शर्मा को इस संबंध में लिखित शिकायत भी की। जिसमें कहा गया है कि उसकी बहन रागिनी को 7 नवम्बर को प्रसव के लिए महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां विजयलक्ष्मी नामक महिला जिसने अपने आपको नर्स बताया। उनकी मां और बहन के पास पहुंची और कहा कि इन्हें डॉक्टर द्वारा बताई तारीख निकल चुकी है और अब ऑपरेशन से डिलेवरी होगी। अगर नोरमल डिलेवरी करवानी हो तो पांच हजार रुपए लगेंगे और एक गोली दूंगी । रागिनी की मां ने कथित नर्स विजयलक्ष्मी को पांच हजार रुपए दे दिए और जब गोली रागिनी को दी तो उसकी हालत बिगडऩे के साथ ब्लीडिंग होने लगी। इसी दौरान उसने रात दो बजकर चालीस मिनट पर एक बालिका को जन्म दिया। जब दर्द तेज हो रहा और ब्लीडिंग होने लगी तो विजयलक्ष्मी को फोन किया तो उसने कहा कि यह कोई वक्त है रात को फोन करने का।
इस संबंध में वहां तैनात कर्मचारियों और बाद में महात्मा गांधी अस्पताल के प्रभारी को भी लिखित में शिकायत की। शिकायत करने के बाद डॉक्टर मुकेश सुवालका का हवाला देते हुए वह मयंक बंसल के घर पहुंच गई और वहां डराने धमकाने लगी और बाद में वह रोने लगी कि उसकी नौकरी चली जाएगी और डॉक्टर भी उलझेंगे। इस पर बंसल ने उसे कहा कि उसे घर का एड्रेस किसने दिया तो उसने कहा कि डॉक्टर सुवालका ने दिया