विषाक्त सेवन से अधेड़ की मौत, परिजनों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, शव लेकर भटकते रहे परिजन व पुलिस

विषाक्त सेवन से अधेड़ की मौत, परिजनों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, शव लेकर भटकते रहे परिजन व पुलिस

सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती सोपुरिया गांव में विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से एक अधेड़ की मौत हो गई, पुलिस व परिजनों को शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए तीन चिकित्सालय में लेकर घूमना पड़ा, तब आज शव के पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया, वहीं दूसरी और परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रताड़ित करने का मामला दर्ज करवाया । थाना प्रभारी सिद्धार्थ प्रजापत ने बताया कि गुरुवार दोपहर को सूचना मिली कि सोपुरिया गांव में बालू पिता उगमा बलाई उम्र 52 वर्ष की विषाक्त पदार्थ का सेवन करने से मौत हो गई, परिजन व पुलिस कल गुरुवार से ही पोस्टमार्टम के लिए शव को कोटड़ी, बिगोद व मांडलगढ़ चिकित्सालयों में इधर से उधर लेकर घूमते रहे, आज मांडलगढ़ चिकित्सालय में शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया । वही परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रताड़ित करने का मामला भी दर्ज करवाया । बालू लाल गांव में अकेला ही रहता था उनकी पत्नी व बच्चे नहीं है तथा छोटा भाई भैरूलाल भीलवाड़ा में रहता है ।।

दो जिलों में फांसी पोस्टमार्टम की प्रक्रिया, परिजन होते परेशान

बड़लियास थाना क्षेत्र में किसी की मृत्यु होने के बाद सबसे बड़ी परेशानी पोस्टमार्टम को लेकर होती है क्योंकि पहले कोटड़ी चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया जाता था, लेकिन जिले के विभाजन के बाद कोटड़ी शाहपुरा जिले में चला गया तथा बड़लियास थाना भीलवाड़ा जिले में रहा, इसके बाद भी पुलिस कोटड़ी चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाती रही, लेकिन पिछले कुछ दिनों से विभाग के बंटवारे के बाद अब कोटड़ी चिकित्सालय में जिले का हवाला देकर पोस्टमार्टम नहीं किया जाता है, वहीं दूसरी ओर बड़लियास तथा सवाईपुर चिकित्सालय में मोर्चरी व पर्याप्त सुविधा के साथ ही डॉक्टर के नियमित नहीं बैठने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो पाता, जिसमें सबसे बड़ी परेशानी मृतक के परिवारजनों को होती हैं, पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए या तो शव को जिला मुख्यालय जो सवाईपुर से 25 किलोमीटर दूर पड़ता है वहां ले जाना पड़ता है या फिर बिगोद जहां पर भी डॉक्टरों द्वारा पर्याप्त सुविधा नहीं होने का हवाला देकर आगे मांडलगढ़ भेज दिया जाता है, जो भीलवाड़ा से भी अधिक दुर पड़ता है, इसलिए परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए दर-दर भटकना पड़ता है । सवाईपुर चिकित्सालय में मोर्चरी के साथ ही पर्याप्त सुविधा व नियमित डॉक्टर की किया जाए ताकि दुख की इस घड़ी में परिजनों को दर-दर भटकना न पड़े ।

इनका ये कहना

शव के पोस्टमार्टम के लिए कहीं बार तीन चार चिकित्सालय में जाना पड़ता है, लेकिन वहां डॉक्टर सुविधा के अभाव का हवाला देकर आगे भेज देते हैं, पहले कोटड़ी में पोस्टमार्टम किया जाता था लेकिन अब जिले की बटवारा के बाद वहां भी डॉक्टर मना करने लगे हैं, इसके बाद बिगोद, मांडलगढ़ या जिला चिकित्सालय ले जाना पड़ता, इस दौरान सबसे अधिक परेशानी मृतक के परिजनों को होती हैं, कि उनका पोस्टमार्टम के लिए घंटा इधर-उधर भटकना पड़ता है, बड़लियास या सवाईपुर में पर्याप्त सुविधा हो तो समय पर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दे, इसके लिए विभाग व जनप्रतिनिधियों से भी मांग करेंगे ।

सिद्धार्थ प्रजापत थाना प्रभारी बड़लियास

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