IPL 2025 में सट्टा लगाया?: गरुड़ पुराण के अनुसार भुगतनी पड़ सकती है भयानक यातना, भीलवाड़ा में बड़ा खेला

भारत में सट्टा और जुआ पूरी तरह से प्रतिबंधित है, फिर भी लोग सट्टेबाजी या क्रिकेट में दांव लगाने से नहीं चूकते. लोग जल्दी पैसे कमाने के लालच में सट्टा लगाते हैं. वर्तमान में आईपीएल मैच चल रहे हैं, और लाखों लोग सट्टा लगाकर बड़ी रकम कमा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सट्टा लगाने पर आपको क्या दंड मिल सकता है? कानूनी दंड के साथ ही गरुड पुराण में भी सट्टा लगाने पर सजा का प्रावधान है.भीलवाड़ा में तो सफेद पॉश लोग इस धंधे के माहिर खिलाड़ी हे .गुरु हो या वार्ड का नेता समाज में पकड़े रखने वाले लोग भी इस काले खेल से बचे हुए नहीं हे. कोइ घर से तो कोइ होटल से यही नहीं विदेश में बैठकर भी वस्त्र नगरी में ओन लाइने ये खेला किया जा रहा हे जो खाकी से छिपा भी नहीं हे
क्या है गरुड़ पुराण
गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म का एक प्रमुख ग्रंथ है, जिसमें मृत्यु के पश्चात आत्मा की यात्रा, धर्म और अधर्म, पाप और पुण्य, तथा कर्मों के परिणामों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है. इस ग्रंथ में विभिन्न प्रकार के पापों और उनके दंडों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें व्यक्ति को मृत्यु के बाद सहन करना पड़ता है.
सट्टा, जुआ और गरुड़ पुराण
गरुड़ पुराण में सट्टा, जुआ और अन्य अनैतिक तरीकों से धन अर्जित करने को पाप माना गया है. ऐसे कार्य करने वाले व्यक्तियों को मृत्यु के पश्चात यमलोक में कठोर दंड का सामना करना पड़ता है.
गरुड़ पुराण में सट्टा (जुआ) के लिए संभावित सजाओं का विवरण
कृष्ण सूत्र नरक
यह वह स्थान है जहां व्यक्तियों को गर्म लोहे की जंजीरों से बांधकर खींचा जाता है. यह उन लोगों के लिए निर्दिष्ट किया गया है जो धोखाधड़ी और अनैतिक तरीके से धन अर्जित करते हैं.
रौरव नरक
इस नरक में उन पापियों को भेजा जाता है जिनके कार्य दूसरों को कष्ट पहुंचाने वाले होते हैं, जैसे जुआ खेलने वाले, ठग और धोखेबाज. यहां नरक की आग और जीव-जंतुओं के रूप में कठोर यातनाएं दी जाती हैं.
अन्ध तमिस्र नरक
जो लोग दूसरों के धन का दुरुपयोग करते हैं या अवैध तरीके से धन कमाते हैं, उन्हें इस अंधकारमय नरक में भेजा जाता है, जहां उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं देता और उन्हें मानसिक तथा शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है.
नरक में भेजा जाता है – ऐसे व्यक्तियों को मृत्यु के बाद “तमिस्र” या “रौरव” जैसे नरकों में भेजा जाता है, जहां उन्हें अंधकार और पीड़ा से भरा जीवन जीना पड़ता है.
जीवनभर की पीड़ा और निर्धनता – जुआ खेलने वाला व्यक्ति अपने अगले जन्मों में गरीबी, मानसिक तनाव और सामाजिक अपमान का सामना करता है.
परिवार और संबंधों में विघटन – गरुड़ पुराण के अनुसार, जुआ और सट्टा परिवार को नष्ट कर देते हैं, जिससे ऐसे व्यक्ति का पारिवारिक जीवन संकट में आ जाता है.