boltBREAKING NEWS
  •   दिन भर की  न्यूज़ देखने के लिए भीलवाड़ा हलचल यूट्यूब चैनल लाइक और सब्सक्राइब करें।
  •  भीलवाड़ा हलचल न्यूज़ पोर्टल डाउनलोड करें भीलवाड़ा हलचल न्यूज APP पर विज्ञापन के लिए सम्पर्क करे विजय गढवाल  6377364129 advt. [email protected] समाचार  प्रेम कुमार गढ़वाल  [email protected] व्हाट्सएप 7737741455 मेल [email protected]   8 लाख+ पाठक आज की हर खबर bhilwarahalchal.com  

शाहपुरा में कोरोना संक्रमण की व्यवस्थाओं की एडीजे ओझा ने की समीक्षा

शाहपुरा में कोरोना संक्रमण की व्यवस्थाओं की एडीजे ओझा ने की समीक्षा


अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश 
शाहपुरा -
 शाहपुरा के अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुनील कुमार ओझा ने राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर कोविड संक्रमण के दौरान शाहपुरा क्षेत्र में ईलाज, आक्सीजन, ईलाज के दौरान आने वाली समस्याओं मे प्रशासन की मदद से आमजन को राहत पंहुचाने के लिये व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। आज ही संपूर्ण कोर्ट परिसर को भी सेनेटाईज किया गया।
शाहपुरा उपखण्ड़ क्षेत्र मे व्यवस्थाओं की समीक्षा हेतु तालुका विधिक सेवा समिति अध्यक्ष एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुनील कुमार ओझा एवं अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीत कुमार ने मंगलवार को एक एक बैठक आयोजित की।    
कोरोना संक्रमण के दौरान शाहपुरा उपखण्ड़ मे व्यवस्थाऐं सुचारू रहे, इस हेतु बैठक मे विस्तृत विचार विमर्श कर तालुका अध्यक्ष द्वारा निर्देश प्रसारित किये गये। बैठक मे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा सॉलिड वेस्ट मैंनेजमेंट, कोविड संक्रमण को रोकने के लिये सेनेटाईजेशन, डेडिकेटेड कोविड सेन्टर्स स्थापित करने के बारे मे समीक्षा की गई। 
बैठक के दौरान सेटेलाईट अस्पताल शाहपुरा के प्रभारी अधिकारी डॉ0 अशोक जैन ने बताया कि अस्पताल मे आईसोलेशन वार्ड मे 16 बेड मय ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध हैं। जिसमें कोविड-19 के संदिग्ध मरीजो को रखा जाता हैं। आईसोलेशन वार्ड से रिपोर्ट पोजिटिव आने पर उन्हें कोविड-19 केयर सेन्टर मे ट्रांसर्फर कर दिया जाता हैं। वर्तमान में बोडिंग हाऊस मे भी 20 बेड वाला कोविड केयर सेन्टर बनाया गया हैं। पर्याप्त मात्रा मे ऑसीजन सिलेण्डर एवं ऑक्सीजन कन्सट्रेटर उपलब्ध हैं। होम आईसोलेशन के व्यक्तियों के भी ऑक्सीजन लेवल की टीमो के माध्यम से मॉनिटिरिंग की जा रही हैं। 
नगर पालिका के कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी कुलदीप जैन ने बताया कि शाहपुरा पालिका में कुल 35 वार्ड हैं, जिनमें कचरा संग्रहण हेतु 5 ऑटो ट्रीपर हैं। सेनेटाईजेशन के लिये 550 लीटर हाईपोक्लोराईड की उपलब्धता हैं और दो-तीन दिन मे 800 लीटर की खेप और प्राप्त हो जायेगी। 25 बेड के अतिरिक्त 20 बेड रामशाला भवन मे रिजर्व कर लिये गये हैं। रोटेशन से क्षेत्र मे सेनेटाईजेशन करवाया जाता हैं। कचरा संग्रहण किया जाकर माताजी खेडा रोड पर डम्पिंग यार्ड बनाया गया हैं। 
जैन ने बताया कि शाहपुरा क्षेत्र मे संक्रमित या संदिग्ध मृतक के अंतिम संस्कार हेतु नगर पालिका अध्यक्ष की पहल पर अंतिम संस्कार के समय पीपीई किट भी उपलब्ध करवाये जाने का प्रावधान किया हैं। इसी काम के लिये एम्बुलेन्स वाहन भी किरोय पर ले ली गई हैं, जो आमजन के लिये निःशुल्क उपलब्ध करवायी जाती हैं। पर्याप्त मात्रा मे पी.पी.ई.किट उपलब्ध हैं। तालुका अध्यक्ष ओझा द्वारा पूछे जाने पर कार्यकारी अधिशाषी अधिकारी कुलदीप जैन ने बताया कि सेनेटाईजेशन हेतु एक ट्रेक्टर, एक जे.टी.मशीन और तीन शोल्डर मशीन भी इसी काम मे लगायी गई हैं। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेशानुसार तीन हेक्टर के डम्पिंग यार्ड मे रि-साईकिलिंग प्लान्ट स्थापित करने के लिये जगह देख ली गयी हैं, जल्दी ही वहां पर रि-साईकिलिंग प्लान्ट स्थापित कर दिया जावेगा।
एडीजे द्वारा रेन बसेरे के बारे मे जानकारी लिये जाने पर नगर पालिका प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि नवनिर्मित रेन बसेरे का भवन इसी काम के लिये लिया जाता हैं और पर्याप्त मात्रा मे स्थान उपलब्ध हैं। जहां अभावग्रस्त लोगो के लिए या मुसाफिरो के लिये निःशुल्क रात्रि विश्राम की व्यवस्था उपलब्ध हैं, जिसमें कोविड प्रोटोकाल की पालना मे सेनेटाईजेर और मास्क उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
इसी प्रकार पंचायत समिति के विकास अधिकारी प्रतिनिधि मुकेश पंचोली ने बताया कि शाहपुरा उपखण्ड के प्रत्येक ग्राम पंचायत मे 5 बिस्तरो की उपलब्धता के साथ कोराना हेतु सेन्टर बनाये गये हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर 7 लोगो की टीम व्यवस्थाओं की समीक्षा कर उपलब्धता तय करती हैं।
तालुका अध्यक्ष एडीजे सुनील कुमार ओझा ने अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समय-समय पर सेनेटाईजेशन, मास्क इत्यादि की व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जावें तथा कोरोना महामारी के मध्येनजर ऑक्सीजन बेड इत्यादि की उपलब्धता मे कोई कोताही नहीं बरती जावें।
 

शाहपुरा में कोरोना संक्रमण की व्यवस्थाओं की एडीजे ओझा ने की समीक्षा