भीलवाड़ा । वस्त्रनगरी आये योग ऋषि स्वामी रामदेव ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता के दौरान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद ब्रजभुषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजने सम्बंधी जो बयान दिया है, उससे राजपूत समाज आक्रोशित है। मुख्य समाजजनों ने स्वामी रामदेव को चेताया है कि वे अपना बयान वापस लें, अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें।
श्री राजपूत करणी सेना राष्ट्रीय कार्यसमिति के अध्यक्ष विश्वबंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि किसी के द्वारा आतिउत्साह में आकर कहे शब्द किसी को बुरे भी लग जाते हैं और यही बाबा रामदेव ने ब्रजभुषण शरण सिंह पर विवादित बयान देकर किया है। राठौड़ ने कहा कि हम बाबा रामदेव का आदर और सम्मान करते हैं, ये अलग बात है। लेकिन बाबा जी कोई न्यायाधीश नहीं हैं, जो तपाक से कह दें कि सिंह को तुरंत गिरफ्तार करके जेल भेज देना चाहिए। जबकि यह मामला न्यायपालिका में लंबित है, तो स्वामी रामदेव को ऐसे ही किसी पर ऊँगली उठाने का कोई हक नहीं है। विश्वबंधु ने यह भी कहा कि संविधान और उसमें निहित कानून के तहत ब्रजभुषण अपना पक्ष रखकर जो लांछन अपने ऊपर लगा है, उसे मिटाने हेतु प्रयासरत हैं। ऐसे में बाबाजी को फैसला सुनाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
राठौड़ ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि बाबा रामदेव यदि भीलवाड़ा में अपना योग शिविर शान्तिपूर्वक तरीके से सम्पन्न करवाना चाहते हैं, तो वे शीघ्र ही अपना स्टेटमेंट वापस लें, अन्यथा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
करणी सेना के पूर्व शहर अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह मोटरास ने कहा कि स्वामी जी सनातन संस्कृति, योग व आयुर्वेद के लिये कार्य करते हैं, इसलिए सब उनका सम्मान करते हैं। बाकी बाबा तो देश में बहुत हैं और थे। आशाराम, रामरहीम और न जाने कितने। लेकिन उनकी हरकतों की वजह से आज उनका वजूद भी नहीं है। अत: रामदेव जी हर मुद्दे पर न्यायाधीश बनकर राजनीति ना करें, तो ही उनके लिए अच्छा है। क्योंकि इस देश में न्यायपालिका और पुलिस है, जो अपना कार्य भलीभांति कर रहे हैं। मोटरास ने कहा कि स्वामी रामदेव अपना बयान वापस लें, नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी राजपूत समाज के लोगों द्वारा बाबा रामदेव के प्रति आक्रोश जाहिर कर उन्हें अपना बयान वापस लेने की माँग की जा रही है।