भीलवाड़ा (हलचल )।
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में सोमवार से भीलवाडा में प्राइवेट चिकित्सा पूरी तरह से ठप हो जाएगी । किसी भी अस्पताल में इमरजेंसी सुविधाएं भी मुहैया नहीं होगी सोमवार तड़के भीलवाड़ा के डॉक्टर बच्चे जयपुर कुछ करगे और विधानसभा के घेराव में शामिल होंगे डॉक्टर्स का कहना है कि जब तक सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सूत्रों ने बताया कि राइट टू हेल्थ बिल गलत नाम और गलत मंशा से लाया हुआ बिल है। जिसके विरोध में आज भीलवाडा के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने कहा कि इस बिल का नाम राइट टू इमरजेंसी ट्रीटमेंट होना चाहिए था। सरकार की सभी योजनाएं हॉस्पिटल में अच्छे से चल रही थीं। पिछले डेढ़ महीने से लगातार हम डॉक्टर्स सरकार को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि आम आदमी को जो इलाज दिया जा रहा है सरकार उसे वंचित करने में लगी है। जब सरकार के दिमाग में एक ही बात है कि वोट कैसे प्राप्त किए जाएं। पिछले डेढ़ महीने में ऐसा समय भी आया जब प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी स्कीम्स के तहत आम आदमी को इलाज नहीं मिल पाया। यह केवल सरकार की गलती है।
डॉक्टरों ने कहा कि अब लगता है कि सरकार को इससे कोई मतलब नहीं कि आम आदमी को इलाज मिले। हाल ही में संशोधन के नाम पर इस बिल में और पाबंदियां जोड़ दी गईं जो प्राइवेट हॉस्पिटल और डॉक्टर्स के लिए बहुत मुश्किल है।
भीलवाड़ा में रविवार देर रात अस्पतालों को बंद करें इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी जाएगी इसके बाद निजी अस्पतालों में आउटडोर में किसी तरह का कोई इलाज मरीज का नहीं किया जाएगा अस्पताल में भर्ती मरीजों का उपचार चल रहा है उसमें बाधा नहीं आएगी लेकिन नए मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे।
भीलवाड़ा से करीब 55 डॉक्टर सोमवार तड़के बस से जयपुर के लिए कूच करेंगे। वहां से विधानसभा का घेराव करने के लिए निकलेंगे।
यह होगी समस्या
भीलवाड़ा में देसी अस्पताल पर ताले लगा दिए जाने से मरीजों को अच्छी खासी समस्याएं होगी खासकर हार्ड अटैक के मामले में कोई विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं होगा सभी हड़ताल में शामिल होंगे हॉट के विशेषज्ञ चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल होते जयपुर के लिए कुछ करेंगे।