गुवाहाटी, 14 जनवरी । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी जिले में बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि रेल-इंजन के उपकरण में कुछ खराबी थी। पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी जिले में दोमोहानी के निकट बृहस्पतिवार को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और इनमें से कुछ डिब्बे पलट गए थे। हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई और कम से कम 36 अन्य लोग घायल हो गए हैं। वैष्णव ने कहा कि इंजन के उपकरण को पूरी तरह से खोलने के बाद ही हादसे के कारण का पता चल पाएगा। मंत्री ने अस्पताल में घायल यात्रियों से भी मुलाकात की। घटनास्थल का मुआयना करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘रेल-इंजन के किसी उपकरण में कोई खराबी थी, ट्रेन की रफ्तार या पटरियों में नहीं। उपकरण पर निशान होंगे। उसे खोलने और निशानों पर गौर करने के बाद ही हादसे का कारण पता चल पाएगा।' रेल मंत्री ने कहा, ‘हादसे की मूल वजह जल्द पता चल जाएगी। दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच की जा रही है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। अनुग्रह राशि के वितरण के संबंध में परिवारों के साथ बातचीत जारी है।' पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) की प्रमुख जन सम्पर्क अधिकारी (सीपीआरओ) गुनीत कौर ने बताया वैष्णव सुबह नौ बजकर 38 मिनट पर दोमोहानी रेलवे स्टेशन पहुंचे और दो मिनट के भीतर एक मोटर ट्रॉली पर घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। कौर ने कहा, ‘उन्होंने घटनास्थल पर पटरी और मरम्मत कार्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए ट्रॉली से ही निरीक्षण किया। उन्होंने रेल-इंजन के ‘अंडरफ्रेम' और उसके ‘ब्रेकिंग सिस्टम' का भी गहन निरीक्षण किया।' उन्होंने बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है, जिनमें से तीन मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। हादसे में 36 अन्य लोग घायल हुए हैं। इनमें से 23 लोगों का इलाज जलपाइगुड़ी के ‘सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल' में चल रहा है, जबकि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में छह लोग और मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल में 7 लोग भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि हादसा बृहस्पतिवार को शाम पांच बजे पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अलीपुरदुआर संभाग में दोमोहानी के पास हुआ।