जयपुर। प्रदेश में कोरोना कहर बरपाने लगा है। कोरोना संक्रमण बढऩे के साथ अब वैक्सीन कम पडऩे लगी है। प्रदेश में केवल शनिवार का स्टॉक बचा है। वहीं राजधानी जयपुर में 350 वैक्सीनेशन सेंटर्स पर शनिवार को वैक्सीनेशन बंद हो गया। शहर में पहले 500 से ज्यादा केंद्रों पर वैक्सीनेशन हो रहा था। अब सेंटर्स की संख्या घटकर 150 रह गई हैं।
अलवर, झुंझुनूं, भरतपुर और करौली जैसे कई सेंटर पर वैक्सीन खत्म हो गई है। पूरे राजस्थान में वैक्सीन के करीब 5 लाख डोज बचे हैं। वैक्सीन आने में अभी एक-दो दिन का समय और लग सकता है। ऐसे में राज्य में सिर्फ आज तक का ही वैक्सीन स्टॉक है, क्योंकि पूरे प्रदेश में हर रोज लगभग 4 से 5 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
9 दिन में ढाई गुना बढ़े एक्टिव केस
प्रदेश में कोरोना केसों की संख्या बढऩे के कारण पिछले 9 दिन में रिकवरी रेट करीब 4 फीसदी तक गिरी है। 31 मार्च तक राजस्थान में रिकवरी रेट 96.35 फीसदी था, जो अब गिरकर 92.38 पर पहुंच गया है। राज्य में एक्टिव केसों की संख्या ढाई गुना से ज्यादा बढ़ गई। 31 मार्च को राज्य में 8663 एक्टिव केस थे, जो बढ़कर 24 हजार को पार कर गए।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड बढ़ी
20 दिन पहले जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर की खेप पड़ोसी राज्य पंजाब को देने वाले राजस्थान में अब इस इंजेक्शन की डिमांड तेजी से बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई के लिए दवाई कंपनियों को डिमांड भेजी है। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में अभी करीब 20 हजार इंजेक्शन की डोज है। इससे पहले सरकार ने 21 मार्च को एक्सपाइरी होने से बचाने के लिए पंजाब को करीब 10 हजार इंजेक्शन की डोज भेजी थी।
9 दिन में 21 हजार से ज्यादा संक्रमित, 80 की मौत
राज्य में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। अप्रैल के शुरुआती 9 दिन में राजस्थान में कोरोना के 21138 संक्रमित मिल चुके हैं, जबकि इस बीमारी से अब तक 80 लोगों की जान जा चुकी है।
प्रदेश के हॉटस्पॉट में भीलवाड़ा भी
राज्य में जयपुर, जोधपुर के अलावा अब उदयपुर, कोटा, भीलवाड़ा, राजसमंद, डूंगरपुर, चित्तौडग़ढ़, अलवर और अजमेर हॉटस्पॉट बन गए हैं। राज्य के 33 जिलों में से इन 10 जिलों में शुक्रवार को 72 प्रतिशत से ज्यादा केस आए थे। इन सभी जिलों में 2888 मरीज मिले हैं।