भीलवाड़ा (हलचल)। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की प्रदेश संघर्ष समिति ने राज्य सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। महासंघ से संबद्ध सभी कर्मचारी 29 व 30 नवंबर को प्रशासन गांवों के संग तथा शहरों के संग अभियान के कैंपों में काली पट्टी बांधकर सुबह 9.30 से 10.30 बजे तक प्रदर्शन करेंगे। एक से तीन दिसंबर तक कैंपों का बहिष्कार एवं कलमबंद असहयोग आंदोलन किया जाएगा।
उपखंड कार्यालयों के बाहर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक धरना-प्रदर्शन होगा। उपखण्ड स्तर असहयोग आंदोलन के नोटिस के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत भीलवाड़ा में उपखंड अधिकारी भीलवाड़ा ओम प्रभा को मुख्य सचिव के नाम असहयोग आंदोलन का नोटिस दिया गया। ज्ञापन प्रस्तुत करने वालों में जिला मंत्री शिव सिंह चौहान के अलावा पटवार संघ के जिलाध्यक्ष सौमित्र दाधीच, राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के जिलाध्यक्ष अशोक जीनगर, कानूनगो संघ के जिला मंत्री अरुण तिवाड़ी, शारीरिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील खोईवाल, सहायक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रघुनाथ शर्मा, कृषि पर्यवेक्षक संघ के जिला मंत्री रतन लाल शर्मा, ललित जोशी, राम नानकानी, लालसिंह राणावत, अंगवीर पानगडिय़ा, राजेन्द्र सिंह, महावीर माली, श्यामलाल शर्मा, माधुलाल शर्मा, रणजीत सिंह, दिनेश आदि शामिल थे।
सरकार के खिलाफ बढ़ रहा असंतोष
जिला मंत्री शिव सिंह चौहान ने बताया कि नोटिस में मांग की गई है कि कर्मचारी लंबे समय से आंदोलनरत हैं। राज्य सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों की मांगों पर बेरुखी कायम है, जिससे प्रदेश के कर्मचारियों में राज्य सरकार के खिलाफ असंतोष उभर रहा है। राज्य सरकार द्वारा कर्मचारी मांगों का जल्दी ही समाधान किया जाए अन्यथा असहयोग आंदोलन से प्रदेश में अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाएगी जिसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।