भीलवाड़ा बीएचएन। जून माह में पीएफआई की ओर से शहर में निकाली गई रैली में कलेक्टे्रट के नजदीक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने पीएफआई के पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दुल सलाम अंसारी को जेल से प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि अंसारी पर रैली के नेतृत्व का आरोप है।
कोतवाल मुकेश वर्मा के अनुसार, 5 जून 22 को सिंधुनगर के एक युवक ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस रिपोर्ट में 20 लोगों को नामजद करते हुये आरोप लगाया था कि 3 जून 2022 को पीएफआई व एसडीपीआई के पदाधिकारियों के नेतृत्व में दोपहर 2.30 बजे एक प्रदर्शन रैली निकाली गई। इसमें करीब 2 से 3 हजार लोग हाथ में झण्डे लेकर प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे थे । यह रैली रेल्वे स्टेशन से शुरु होकर भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पहुंची। इस दरमियान उक्त सभी लोगों ने व उनके समर्थन में आये कार्यकर्ताओं, पीएफआई के पदाधिकारियों के द्वारा दुश्मन देश पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाये गये । इससे राष्ट्रीय भावना को ठेस पहुंची है । रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पीएफआई पदाधिकारियों के द्वारा राष्ट्र विरोधी कार्य कर अराजकता की स्थिति पैदा की गई। भीलवाडा शहर का सौहार्द बिगाडने का प्रयास किया । सोशल मीडिया के माध्यम से अपने राष्ट्र विरोधी नारों का प्रचार प्रसार किया गया, जो कि साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने की श्रेणी में आता है । पाकिस्तान जिन्दाबाद की नारेबाजी करने से शहर के आमजनो में भय व्याप्त हो गया। पुलिस ने इन आरोपों के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
कोतवाल वर्मा का कहना है कि पीएफआई के खाते सीज करने के विरोध में निकाली गई इस रैली का नेतृत्व करने का आरोप सांगानेर निवासी व पीएफआई के पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दुल सलाम अंसारी पर है। इसी के चलते आज अंसारी को पुलिस ने कोर्ट के प्रोडक्शन वारंट के तहत जिला जेल से गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि अंसारी को सांगानेर में रैली का नेतृत्व करने के आरोप में सुभाषनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। इस मामले में भी अंसारी पर रैली का नेतृत्व करने का आरोप लगा था।