सूरत. रिलांयस कंपनी में कर्मचारियों की रेलवे टिकट बुकिंग का बड़ा ठेका मिलने का झांसा देकर एक जनें ने व्यापारी से निवेश के बहाने 1.60 करोड़ रुपए ऐंठ लिए। फिर परिजनों के साथ मिलकर गुमशुद्गी का नाटक रचा और थाने में शिकायत भी दर्ज करवा दी। पीडि़त व्यापारी को इस बारे में पता चलने पर उसने महिधरपुरा थाने में ठगी का मामला दर्ज करवाया।
पुलिस के मुताबिक रांदेर खिदमत नगर निवासी मोहम्मद हफीज शेख, उसकी पत्नी सहाना बेगम, पुत्र शाहिद शेख, रशीद शेख ने एक अन्य व्यक्ति रांदेर खोडीयार नगर निवासी इकबाल मि ी के साथ मिल कर नियोजित साजिश के तहत रघुनाथपुरा मेन रोड लाल दरवाजा निवासी समीर याकुब वोरा के साथ ठगी की।
कपड़ा व्यापारी समीर की 2016 में ही एक मित्र के जरिए हफीज से पहचान हुई थी। हफीज ने बताया कि वह रेलवे टिकट का काम करता है और हजीरा और दहेज की कुछ कंपनियों के कर्मचारियों की टिकट बुकिंग का ठेका उसी के पास है। उसे प्रत्येक बुकिंग पर 350 रुपए कमीशन मिलता है।
25 मई 2016 को हफीज शेख ने समीर को बताया कि उसे रिलांयस कंपनी के कर्मचारियों की रेलवे टिकट करवाने का बड़ा ठेका मिला है। उसने रिलांयस के ठेके का एक पत्र भी समीर को दिखाया और कहा इसमें बड़ा कमीशन मिलता हैं लेकिन पहले बड़ा निवेश करना होगा। उसने निवेश करने पर अपने अंडर में बड़ा ठेका देने का वादा किया।
उसकी चिकनी चुपड़ी बातों में आकर समीर इसके लिए तैयार हो गया। उसने अपने परिचितों से उधार लेकर रुपए जुटाए और दिसम्बर 2016 तक टुकड़ों में कुल एक करोड़ 60 लाख रुपए हफीज को दे दिए। बाद में न ठेके तो कोई काम नहीं हुआ और न ही उसने रुपए लौटाए। रुपए देने से बचने के लिए हाफिज सूरत से कोसंबा चला गया।
वहां एक फ्लैट में चोरी छिपे रहने लगा। वहीं उसके परिजनों ने उसे लापता घोषित कर दिया। उन्होंने रांदेर थाने में उसकी गुमशुद्गी की शिकायत भी दर्ज करवा दी। समीर ने हफीज के परिजनों से रुपए मांगे तो उन्होंने टांगे तोड़ देने की धमकी दी।
बाद में समीर को पता चला कि हाफिज इकबाल की कार में कोसंबा गया था। वहीं एक फ्लैट में छिप कर रहा हैं। इस बात का उसके परिजनों को भी पता है और वे उसके संपर्क में है। इस पर समीर ने महिधरपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।