राजसमन्द (राव दिलीप सिंह) अखिल भारतीय पालीवाल ब्राह्मण महासभा का 24 सितम्बर को महाधिवेशन होगा जिसमें पालीवाल, मेनारिया, नागदा समाज पहली बार एक जाजम पर एकत्रित होंगे। इयमें मेवाड पालीवाल समाज से 650 गाँवों के 1000 साल के गौरवशाली अतीत पर शोध व संग्रह पर पालीवाल ब्राह्मण इतिहास प्रबोधिनी का विमोचन होगा।
महाअधिवेशन को लेकर पालीवाल ब्राह्मण महासभा मेवाड़ द्वारा पिछले दो माह से अपनी तेयारी की जा रही हैÐ समाज के इस महाअधिवेशन में एक ही मूल से निकले पालीवाल, मेनारिया, नागदा समाज का पहली बार ऐतिहासिक मिलन एक जाजम पर राजसमन्द जिले के कांकरोली में स्थित द्वारकेश वाटिका में होने जा रहा है। महासभा के संरक्षक और संस्थापक सदस्य इतिहास संकलनकर्ता घनश्याम पालीवाल ने बताया की इस महाअधिवेशन में मेवाड़ में निवासरत बड़ा पालीवाल, 24, 44, 12 खेडा पालीवाल की सभी श्रेणिया, 52 खेडा मेनारिया, 16 खेडा नागदा ब्राहमण राजसमन्द, उदयपुर, चितोडगढ़़, भीलवाडा, प्रतापगढ़, नीमच, मंदसोर जिलो के गाँवों के चोखले और मेवाड़ से बाहर गए समाजबंधू जो जयपुर, इंदौर, भोपाल, उज्जेन, मालवा, मध्यप्रदेश, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा पुरे देश से सभी सामाजिक बंधू और समाज के प्रतिनिधि इस महासम्मेलन के साक्षी बनेंगे। 24 सितम्बर को प्रात: 24 कुण्डीय गायत्री यज्ञ, लक्ष्मी-रुक्मणी माता के लिए विशेष आहुतिया, 11 बजे अधिवेशन प्रारंभ, इतिहास विमोचन, प्रतिनिधि सभा प्रतिवेदन, प्रतिनिधियों का उद्बोधन, खुली चर्चा, अध्यक्षीय उद्बोधन, अधिवेशन घोषणा पत्र, आभार और शांति पाठ होगा।
महासभा के महामंत्री भंवर लाल पालीवाल ने बताया की आयोजित कार्यक्रम से एक दिन पहले 23 सितम्बर को भावात्मक एकता केसे सुद्रढ़ हो, क्षेत्रीय सम्मेलन एवं अधिवेशन, वैवाहिक संबंधो में खेडागत परिधि से बाहर निकलकर गोत्र, कुल, समान संस्कार को दृष्टिगत रखकर करना। परिचय सम्मेलन एवं सामुहिक विवाह आयोजन, ब्रह्मा विद्या प्रशिक्षण, सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार, वेद विद्यालय का संचालन, भावी पीढ़ी की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में सहायता, प्रतियोगी परीक्षाओ में कोचिंग काउंसलिंग की व्यवस्था, रोजगार, स्वालंबन प्रशिक्षण तथा व्यवसाय हेतु सहायता, धरोहर संरक्षण, इतिहास, शिलालेख एवं पेनोरमा स्थापना, खेल प्रतियोगिता, युवा महोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह, स्थायी फंड की व्यवस्था, दानदाताओ भामाशाहो के लिए सम्मान अलंकरण समारोह एवं अन्य समाज हित के कार्यो पर देश से आये समाज के प्रतिनिधियो और विचारशील सामाजिक बंधुओ द्वारा कई घंटे मंथन होगा और 24 सितम्बर के लिए घोषणा पत्र बनाया जाएगा।
सभी श्रेणियों के 300 से अधिक कार्यकर्ता मेवाड़ के सभी गाँवों में महाअधिवेशन को लेकर प्रतिदिन टोलिया बनाकर घर घर जाकर पीले चावल और कुमकुम पत्रिका देकर इस महाअधिवेशन में आने के लिए आह्वान किया जा रहा है। इसके अलावा राजस्थान से बाहर प्रवासी बंधुओ को भी पीले चावल और पत्रिका देकर आमंत्रित किया जा रहा है।