नई दिल्ली पूरी दुनिया में इस वक्त ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। तमाम देश पारंपरिक ईंधन जैसे पेट्रोल और डीज़ल के विकल्प पर फोकस कर रहे हैं। इस दिशा में भारत भी पीछे नहीं है। इन दिनों देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, ऐसे में यही सही मौका है जब लोग ग्रीन मोबिलिटी की तरफ आगे बढ़ सकते हैं और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स तथा अन्य ईंधन विकल्पों में स्विच कर सकते हैं। हाल ही में सरकार द्वारा Go Electric कैंपेन की शुरुआत भी की गई है। जिसके तहत आने वाले समय में देश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल इस्तेमाल करने के बारे में प्रोत्साहित किया जाएगा।
हाल ही में एक जानकारी सामने आई है जिसके तहत देश में अब हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली बसों को लेकर कार्य चल रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो कई जगहों पर इनकी टेस्टिंग भी की जा रही है। खबरों की मानें तो भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी NTPC लिमिटेड दिल्ली से जयपुर के लिए प्रीमियम हाइड्रोजन फ्यूल बस सर्विस शुरू करने की योजना बना रही है। जानकारी के लिए बता दें यह देश में एफसीईवी की पहली बस सर्विस होगी जिसको इंटरसिटी आने-जाने के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। हालांकि इस पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बस सर्विस की शुरुआत कब तक होगी इस बारे में फिलाहल किसी तरह का कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में ‘Go Electric’ अभियान के शुभारंभ पर पावर मंत्री आर के सिंह ने कहा, 'हम दिल्ली से जयपुर के लिए प्रीमियम हाइड्रोजन फ्यूल बस सेवा शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा मंत्री ने कहा कि इन हाइड्रोजन बसों के बाद इस रूट पर ही सरकार का अगला प्रयास इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का होगा। ध्यान देने वाली बात यह है कि अन्य ईंधन विकल्पों के इस्तेमाल से देश के पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा ही साथ ही आम जनता के कहीं भी आने-जाने के किराए में भी निश्चित कमी आएगी। इसके अलावा अगर आप इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदते हैं तो आपको आसमान छूते पेट्रोल-डीज़ल के दामों से भी निजात मिलेगी।
मार्च में आएगा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर: हाल ही में Go Electric कैंपेन के उद्घाटन मौके पर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ये घोषणा की वो आने वाले पंद्रह दिनों में इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर लांच करने वाले हैं। सरकार का मानना है कि इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की मदद से किसान हर साल अपने खर्चे में 55% फीसदी तक की कमी ला सकता है। वहीं 12 फरवरी को गडकरी ने देश का पहला सीएनजी ट्रैक्टर भी पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में पेश किया था।