भीलवाड़ा हलचल। जिले के मांडलगढ़ थाने के लक्ष्मीपुरा गांव की एक छात्रा ने मंगलवार शाम को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जान देने से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी लिख छोड़ा, जिसमें उसने लिखा कि वह अपनी मर्जी से मर रही है। माफ कर देना। उधर, इस घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतरवा कर मांडलगढ़ में उसका पोस्टमार्टम करवा दिया। खुदकुशी के कारणों की पुलिस जांच कर रही है।
मांडलगढ़ पुलिस ने हलचल को बताया कि लक्ष्मीपुरा निवासी रिदिमा (18) पुत्री शंकरलाल छीपा सीनियर की छात्रा थी। मंगलवार को वह स्कूल से घर लौटी और पढऩे के लिए कमरे में चली गई। वहीं उसके पिता शंकर लाल व मां मंजू घर से बाहर गये थे। माता-पिता जब घर लौटे तो रिदिमा चुन्नी के पुंदे से लटकी मिली। यह देखकर माता-पिता के पैरों तले जमीं खिसक गई। उनकी चीत्कार फूट पड़ी। आस-पास के लोग मौके पर पहुंच गये। सूचना पर मांडलगढ़ डीएसपी व थाना प्रभारी नेमीचंद चौधरी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान कमरे में सुसाइड नोट भी मिला, जो रिदिमा ने जान देने से पहले लिख छोड़ा था। रिदिमा ने सुसाइड नोट में लिखा कि, मैं, मेरी मर्जी से मर रही हूं। माफ कर देना। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया। वहीं शव को फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए मांडलगढ़ अस्पताल भिजवा दिया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस खुदकुशी के कारणों की जांच कर रही है।