जयपुर की सड़कों पर रविवार को ई-रिक्शा में रखे हुए शव के सिर और पैर रिक्शा के बाहर लटकते रहे। ई रिक्शा के आगे पुलिस की चेतक गाड़ी भी चलती दिखी। जबकि पीछे ई रिक्शा चालक मृतक के बाहर लटक रहे सिर-पैर को बचाते हुए रिक्शा चलता दिखा।
महिला चिकित्सालय से SMS मोर्चरी तक डेड बॉडी की बेकद्री
यह पूरा घटनाक्रम राजधानी जयपुर के महिला चिकित्सालय के पास का है। जानकारी के मुताबिक सर्दी से एक युवक की मौत होने पर रविवार सुबह उसकी डेड बॉडी को लालकोठी थाना पुलिस ई-रिक्शा से सवाई मानसिंह हॉस्पिटल की मोर्चरी में ले गई। लालकोठी थाने की चेतक के ड्राइवर ने बताया कि महिला चिकित्सालय के पास अण्डर ग्राउंड पार्किंग में एक युवक का शव पड़ा था।
सुबह पौने 10 बजे वहां आए बच्चों ने इसकी सूचना दी। तो सूचना पाकर थाने की चेतक मौके पर पहुंची। अण्डर ग्राउंड पार्किंग में करीब 35 साल के युवक का शव पड़ा मिला। जिसने काली जर्सी और काली पेंट साथ ही स्पोट्स शूज पहन रखे थे। उसके चेहरे को एक तरफ से संभवतः किसी जानवर ने नोंच रखा था। प्राइमा फेसी युवक की मौत सर्दी से होने की बात सामने आई है। मृतक की पहचान नहीं हो सकी, तो शव को एसएमएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाने लेकर गए।
ई-रिक्शा के बाहर लटकते डेड बॉडी के सिर-पैर, लोग घबराए
लालकोठी थाने के पुलिस चेतक कर्मियों ने शव को मुर्दाघर तक पहुंचाने के लिए ई-रिक्शा वाले को बुलाया। चेहरा विक्षत होने के कारण डेड बॉडी के सिर को प्लास्टिक कट्टे से बांध दिया गया। फिर ई-रिक्शा के पायदान पर ही बॉडी को रखा। लेकिन रिक्शा की चौड़ाई कम होने के कारण धड़ ही रिक्शा के अंदर कवर हुआ। बाकी शव के पैर और सिर बाहर लटक गए। इस हालत को देखने के बावजूद पुलिस ने ई-रिक्शा को मोर्चरी के लिए रवाना करवा दिया। करीब ढाई-तीन किलोमीटर तक सड़क पर शव के हिस्से रिक्शे के बाहर लटकते रहे। जिसे देखकर लोग भी हैरानी और घबराहट में पड़ गए।