मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी और प्रदेश कांग्रेस सेंट्रल वॉर रूम के को-चेयरमैन लोकेश शर्मा ने भाजपा के संकल्प पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। लोकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अपनी हार को देखते हुए महज रस्म अदायगी से ज्यादा कुछ नहीं किया। भाजपा देश में अपना अस्तित्व खोती जा रही है। इनका एक भी संकल्प भरोसे के काबिल नहीं है। भाजपा ने संकल्प पत्र में महंगाई, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, ओपीएस और चिरंजीवी योजना जैसे मुद्दों को लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
लोकेश शर्मा ने कहा- भाजपा का संकल्प पत्र देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी राजस्थान में ओपीएस, चिरंजीवी जैसी जनहितकारी योजनाओं को बंद करने की मंशा रखती है। राजस्थान सरकार ने 500 रुपए में गैस सिलेंडर देना शुरू किया, तब भाजपा ने इसे रेवड़ी बताया। अब कांग्रेस की ओर से दिए जा रहे राहतों के अंबार के चलते भाजपा के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है। ऐसे में उन्हें माताओं, बहनों और सिलेंडर सब्सिडी देने की याद आ गई।
लोकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा का घोषणा पत्र राजस्थान की जनता की नजरों में झूठ के पुलिंदे और रस्म अदायगी से ज्यादा कुछ नहीं है। भाजपा के आज तक के संकल्पों का हाल जनता पहले ही देख चुकी है। चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश, सत्ता हथियाने की साम-दाम-दंड-भेद की राजनीति, विपक्ष के खिलाफ दबाव की रणनीति भाजपा का एकमात्र ध्येय है। जनता से झूठे वादे करना ही भाजपा का असली संकल्प है। लोकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में मुख्यमंत्री फ्री स्कूटी योजना, हर थाने में महिला डेस्क, एंटी रोमियो स्क्वॉड, केजी से पीजी तक बालिका शिक्षा फ्री, पेपर लीक पर एसआईटी का गठन जैसी बातें कहीं, जबकि राजस्थान में पहले से ही मेधावी छात्राओं को फ्री स्कूटी दी जा रही है। वहीं थानों में पहले से महिला डेस्क स्थापित की जा चुकी हैं। राजस्थान में कांग्रेस सरकार पहले ही महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए निर्भया स्क्वॉड संचालित कर रही है। इसी तरह केजी से पीजी तक फ्री शिक्षा भी राजस्थान में पहले ही कांग्रेस सरकार में फ्री दी जा रही है।
लोकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा ने महज कांग्रेस सरकार की जनहितकारी योजनाओं को अलग नाम देकर जनता के सामने रखने का काम किया है, जबकि राजस्थान की जनता पिछले 5 सालों से इनका लाभ उठा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिन 7 गारंटियों को लागू करने की बात कही है, वे इस तरह की कोई भी योजना आम जनता के हित में नहीं बता पाए। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ऐसा कोई वादा नहीं किया जो विशेष रूप से राजस्थान की जनता को लेकर किया गया हो। भाजपा ने इस संकल्प पत्र के नाम पर केवल केंद्र सरकार की योजनाओं को वापस नाम परिवर्तित कर आम जनता के सामने रखने का काम किया है। भाजपा ने ऐसा करके केवल जनता को ठगने का काम किया है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में गिग वर्कर्स कल्याण की बात कही, जबकि राजस्थान में इसके लिए पहले ही कानून बनाया जा चुका है।
राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार ओबीसी, अल्पसंख्यक, दिव्यांग सहित अन्य वर्गों के कल्याण के लिए ढेरों कदम पहले ही उठा चुकी है। भाजपा ने किसानों के हित में केवल केंद्र सरकार की योजनाओं को भी लागू करने की बात कही। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ढाई लाख रोजगार का वादा किया, जबकि इससे ज्यादा नौकरियां तो मौजूदा कांग्रेस सरकार के समय युवाओं को दी जा चुकी हैं। भाजपा का घोषणा पत्र देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी ने पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है।