जयपुर। BJP के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा को आज दोपहर जयपुर एयरपोर्ट के पास एक निजी होटल से पुलिस कमिश्नरेट ले गई। काफी देर तक कमिश्नरेट में ठहरने और पुलिस की समझाइश के बावजूद जब किरोड़ीलाल उदयपुर में आदिवासी सम्मेलन में जाने पर अड़े रहे। तो कड़ी सुरक्षा के साथ पुलिस की गाड़ियों के बीच उन्हें उदयपुर जाने की मौखिक परमिशन दी गई। लेकिन पुलिस सतर्क है कि सांसद कहीं चिन्तन शिविर की ओर रुख ना कर लें। इसलिए उन्हें एस्कॉर्ट करके ही आदिवासी सम्मेलन तक लाने-छोड़ने के बंदोबस्त किए गए हैं।
शुक्रवार दोपहर जयपुर में एयरपोर्ट इलाके के एक होटल में प्रेसवार्ता कर किरोड़ीलाल मीणा ने जैसे ही प्रदेश कांग्रेस सरकार पर ‘कांग्रेस पार्टी के उदयपुर में चिन्तन शिविर स्थल ‘अरावली ताज’ के अवैध निर्माण को लेकर गम्भीर आरोप लगाए। पुलिस की गाड़ियों ने होटल को घेर लिया। एयरपोर्ट थाना पुलिस एसएचओ, डीसीपी मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने डॉ किरोड़ीलाल मीणा से कमिश्नर की बात करवाई। जिसके बाद उन्हें कमिश्नरेट ले जाया गया।
सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा पुलिस कमिश्नर ने मुझसे बात की है। मैंने उन्हें कहा मैं उदयपुर निकलना चाहता हूं। तो कमिश्नर ने कहा कि पहले मैं आपके साथ मीटिंग करना चाहता हूं। प्रतापगढ़ के धरियावद में आज से आदिवासियों का बड़ा सम्मेलन है। जहां 1 लाख लोगों की भीड़ इकट्ठा होगी। वहां मुझे संबोधन के लिए बुलाया गया है। लेकिन शक है कि शायद मुझे वहां जाने नहीं देंगे।
भ्रष्टाचार और अवैध तरीके से बनी होटल
इससे पहले सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेसवार्ता में कहा कांग्रेस का चिन्तन शिविर जिस होटल में हो रहा है उसका नाम 'अरावली ताज' है। जिसकी कम्पनी मुंबई की ईशान क्लब एंड होटल्स है। जिसके मालिक राजीव आनंद हैं। उन्होंने यह होटल बनाई है। मीणा ने आरोप लगाया कि होटल बनाने में गहलोत सरकार ने सारे कानून-कायदों को ताक पर रख दिया। वन भूमि और आदिवासियों की जमीन पर वह होटल बनाई गई है। पहाड़ को काटा गया है। नदी को पाटकर होटल का रास्ता बनाया है। झील संरक्षण अधिनियम का भी उल्लंघन हुआ है।
गहलोत से कहना चाहूंगा कि अगर आप पाक साफ हैं तो इस अवैध होटल को ध्वस्त करें। वो नहीं करेंगे तो हम बीजेपी सरकार आने पर करेंगे। अब तो कांग्रेस सरकार ने पार्टी के चिन्तन शिविर के लिए होटल तक ढाई करोड़ रुपए लगाकर पक्की सड़क बनाकर बिजली के पोल भी लगा दिए हैं।
गहलोत परिवार के इस होटल से आर्थिक संबंध
किरोड़ीलाल ने कहा 2012 से 2018 तक बीजेपी राज में इस होटल के लिए परमिशन नहीं दी गई। कांग्रेस राज आते ही इस होटल को रास्ता मिल गया और चालू कर दिया गया। यह पक्का है कि गहलोत परिवार के इसी होटल से ही नहीं 4-5 बड़ी होटलों से आर्थिक संबंध हैं। उदयपुर में एक और होटल है जो करीब 2000 करोड़ रुपए से बनी है। उन संबंधों को मैं जल्द उजागर करूंगा। मैं जल्द ही सबूत दूंगा कि गहलोत के आर्थिक संबंध हैं। साथ ही मैं मांग करूंगा कि ईडी या सीबीआई गहलोत के कबाड़ों की जांच करे।
मीणा ने कहा बिना यूआईटी स्वीकृति के होटल का निर्माण किया गया है। जब जमीन दी गई तब इसकी कीमत 4 करोड़ थी। गहलोत सरकार ने इसे 50 लाख में दे दिया। जमीन की नीलामी होनी चाहिए थी, लेकिन इसे अलॉट किया गया।
सोनिया गांधी से निवेदन चिन्तन शिविर दूसरी जगह करें शिफ्ट
डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने कहा जयपुर से मैं सोनिया गांधी को निवेदन करना चाहता हूँ कि सीएमओ के निर्देश पर कानून ताक पर रखकर जो होटल बनाई है। वहां पर कांग्रेस अधिवेशन गलत है। वहां से हटकर दूसरी जगह कांग्रेस का चिन्तन शिविर चाहिए। गरीबों की जमीन पर खड़े उस महल पर अब नहीं तो बाद में कार्रवाई करवाएंगे। गहलोत सोनिया गांधी की आंखों पर परदा डाल रहे हैं। यह भ्रष्टाचार और अनियमितता से बनी होटल है। सोनिया गांधी से कहना चाहूंगा कि वह सीएम गहलोत को कहें कि इस केस को सीबीआई को दें ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।