भीलवाड़ा (हलचल)। गांधीनगर कब्रिस्तान कमेटी के खिलाफ काननूी कार्यवाही करने तथा नई कमेटी के गठन के लिए चुनाव कराने की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि गंगापुर चौराहे पर स्थित गांधी नगर कब्रिस्तान के सदर अब्दुल सलाम मंसूरी क्षेत्र में कोई मौत होने पर इस कब्रिस्तान में शव को दफन नहीं करने देते और कहते है कि गांधीनगर क्षेत्र के निवासी का शव ही इस कब्रिस्तान में दफन करने देंगे, अन्य क्षेत्र के निवासी का शव यहां दफन नहीं होने देंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि मंसूरी गत 25-30 सालों से सदर बने बैठे हैं। कब्रिस्तान व कब्रिस्तान में बनी दुकानों लाखों रूपये की आय होती है लेकिन आज तक हिसाब किताब समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया गया है। हिसाब पूछने पर टालमटोल जवाब दिया जाता है या धमकाया जाता है। वक्फ बोर्ड में शिकायत करने पर भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती और न ही ये दूसरी कमेटी गठित करने देते हैं।
हाल ही में 22.05.2023 को आजाद नगर के द्वारिका कॉलोनी निवासी के रहने वाले शेर खान पुत्र अजीज पठान की मौत होने पर जब शव लेकर लोग गांधीनगर कब्रिस्तान पहुंचे तो सदर ने शव दफन करने से मना कर दिया। हालांकि कब्रिस्तान किसी की निजी संपत्ति नहीं होती है लेकिन सदर ने इसे निजी मल्कियत बना रखा है जो वक्फ नियमों का उल्लंघन है। इसके बाद 23.05.2023 को समाज के लोग प्रताप नगर थाने पहुंचे और थानाधिकारी से शिकायत की जिसके बाद प्रशासन और थानाधिकारी के प्रयास से शव को दफन कराया गया।
ज्ञापन में सदर व कब्रिस्तान कमेटी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने और कमेटी के चुनाव करवाने के लिए राजस्थान वक्फ बोर्ड जयपुर के चेयरमैन को पत्र लिखने की मांग की गई है। मांग पूरी नहीं होने पर ज्ञापन में आंदोलन करने की धमकी दी गई है।
ज्ञापन देने वालों में नारू घोसी, जमालुद्दीन, फिरोज खान, अशफाक कुरैशी, शाहरूक कुरैशी, जुनैद कुरैशी, अब्दुल रशीद पठान, अब्बास अली, अशरफ, आरिफ, जाकिर, रहीम कुरैशी, निसार सिलावट, जहांगीर सिलावट, फारूख पठान, करीम, वसीम रंगरेज सहित समाज के कई लोग शामिल थे।