मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में 21.13 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट प्रावधान को स्वीकृति दी है। नंदीशालाओं को बड़े गौवंश के लिए 40 रुपए और छोटे गौवंश के लिए 20 रुपए प्रतिदिन की दर से 270 दिवस के स्थान पर वर्षभर सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस प्रकार गौशालाओं और नंदीशालाओं को वर्ष 2023-24 के लिए 21.13 करोड़ रुपए का अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा।
1100 करोड़ रुपए से अधिक का वित्तीय प्रावधान
ग्रामीणों को आवारा पशुओं से होने वाली समस्याओं का समाधान करने और इनसे फसलों को होने वाले नुकसान से निजात दिलाने के उद्देश्य से नंदीशालाएं स्थापित की गई हैं।
सीएम गहलोत ने साल 2023-24 के बजट में गौशालाओं और नंदीशालाओं के लिए 1100 करोड़ रुपए से अधिक का वित्तीय प्रावधान किया गया था। इन नंदीशालाओं में अपाहिज और अंधे गौवंश के लिए अनुदान समय में वृद्धि के संबंध में घोषणा की गई थी।