देशभर में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक कई कड़े कदम उठा रही है। प्रतिबंधों के साथ-साथ समय-समय पर जरूरी निर्णय लिए जा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते मामलों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में सात राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जो चिंता का विषय है। यही नहीं उन्होंने कोविड मरीजों के डिस्चार्ज किए जाने को लेकर नई गाइडलाइन भी बताई। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल की ओर से ओमिक्रॉन वैरिएटं को लेकर राहतभरी दो खबरें भी दीं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल और गुजरात में कोरोना के फैलने की रफ्तार काफी तेज है और इसलिए यह चिंता का विषय बने हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद मरीजों को डिस्चार्ज करने की नीति में भी बदलाव किया है।
7 दिन बाद डिस्चार्ज हो सकेंगे मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल के मुताबिक अब हल्के लक्षण वाले संक्रमितों को पॉजिटिव पाए जाने के सात दिन बाद डिस्चार्ज किया जा सकता है। इस दौरान अगर लगातार तीन दिन तक मरीज की स्थिति ठीक रहती है और उसे बुखार नहीं आता तो डिस्चार्ज के लिए टेस्टिंग की भी जरूरत नहीं होगी।
कब डिस्चार्ज होंगे मध्यम लक्षण वाले मरीज?
मंत्रायल के मुताबिक मध्यम लक्षण वाले मरीजों में अगर सुधार दिखता है और उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के भी लगातार तीन दिन तक 93 फीसदी से ज्यादा रहता है, तो ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज किया जा सकता है।
ओमिक्रॉन को लेकर राहत
मंत्रालय की ओर से ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार पर दो अच्छी खबरें भी आई हैं। बताया गया है कि ओमिक्रॉन से दुनिया में अभी तक सिर्फ 115 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि भारत में इससे सिर्फ एक ही व्यक्ति की जान गई है।