चित्तौडग़ढ़ (हलचल)। भारतीय अफीम किसान विकास समिति ने गुरुवार को चित्तौडग़ढ़ कलेक्ट्रेट के सामने धरना देकर राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। सांसद सीपी जोशी को ज्ञापन देकर 1998 से रुके हुए सभी पट्टे बहाल करने, 20 किलो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अफीम का मूल्य 25000 रुपए किलो के हिसाब से बढ़ाने, तीन प्रतिशत मार्फिन कम करने व कम मार्फिन के चलते रुके पट्टों को बहाल करने की मांग की गई। डोडा चूरा का मूल्य 1500 रुपए किलो देने व नए किसानों को नए पट्टे देने की मांग भी ज्ञापन में की गई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार ने सीपीएस नीति बनाई है जिसके तहत डोडे में चीरा नहीं लगा कर सीधा कोडीन, एल्कोलाइड निकालने व अफीम की खेती का निजीकरण करने व किसान को केवल 60000 रुपए दिए जाएंगे, का भी विरोध किया गया है। धरने की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण झाझरिया ने की। मुख्य अतिथि मांगीलाल मेघवाल बिलोट, संरक्षक विशिष्ट अतिथि नारायणसिंह राणावत अध्यक्ष छोटी सादड़ी, लेहरू जाट नया खेड़ा, शंकर उसरोल, जिला महामंत्री हरिसिंह चुण्डावत चावंडिया, शंकर जटिया नई आबादी, हीरालाल जटिया भाटिया खेड़ा, भैरूलाल धाकड़ तुरकड़ी, राधेश्याम धाकड़ चंदाखेड़ी, बद्रीलाल शर्मा घोसुंडी, चंद्रकैलाश शर्मा, शंभुलाल धाकड़ तुरकड़ी, मोहनलाल जाट नारिया कपासन, सीताराम डांगी अध्यक्ष डूंगला गांव बडवल सहित करीब 50 किसान मौजूद थे। ज्ञापन में मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।