भीलवाड़ा बीएचएन। रिश्तेदारों के यहां घरेलु काम करने वाले एक दंपती को कारोना काल में क्वारंटाइन के लिए दिये गये कमरे पर कब्जा जमा लिया। कमरा खाली करने के लिए कहने पर दंपती ने न केवल गृहस्वामी से अभद्रता की, बल्कि उसे धमकाया भी। इसे लेकर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
कोतवाली पुलिस के अनुसार, पुसा निवासी साबुन मार्ग निवासी भरत मानसिंहका ने कोतवाली में रिपोर्ट दी कि करीब तीन साल पहले कोरोना काल में परिवादी कोराना से पीडि़त होकर मुंबई में ईलाजरत था। तब परिवादी के रिश्तेदारों के यहां घरेलु कार्य करने वाले भैरूलाल जाट एवं उसके परिवार के कोरोना से ग्रषित हो जाने से उसे परिवादी के मकान के खाली कमरे में बिना उसकी और परिवार की अनुमति के क्वारंटाइन किया गया । इसके बाद से ही भैंरूलाल जाट परिवार सहित उक्त कमरे में रहने लगा। परिवादी भीलवाड़ा आया और भैरूलाल जाट व संतोष देवी से कहा कि अब तुम स्वस्थ हो गये हो, कमरे को खाली करो, लेकिन भैरूलाल जाट व संतोष देवी कहने लगे कि अभी कोरोना महामारी चल रही है, इसका प्रकोप कम होने दो, हम कमरा खाली कर देंगे। परिवादी ने मानवता के नाते भैरू लाल जाट व संतोष देवी को कुछ समय और कमरे में रहने की अनुमति दे दी, लेकिन काफी समय व्यतीत हो जाने पर भी इन्होंने कमरा खाली नहीं किया। जब भी उन्हें कमरा खाली करने के लिए कहा जाता तो टालमटौल कर देते एवं कमरा खाली नहीं करते। आये दिन परिवादी के साथ गाली-गलौच व अभद्र व्यवहार करते हुए धमकियां देने लगे कि अब इस कमरे पर हमने कब्जा कर लिया है, अब हम यह कमरा कभी खाली नही करेंगे। अगर हमारे खिलाफ कोई कार्यवाही की तो झूठे संगीन मुकदमें में फंसाकर जिन्दगीभर के लिए जेल भिजवा देंगे। दो नवंबर को भैंरूलाल व संतोष ने परिवादी के कमरे में आकर गाली-गलौच और मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।पुलिस ने इस रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया।