पर्यटन को संजीवनी देगा छह माह बाद खुला बर्फ से लकदक मनाली-लेह मार्ग

पर्यटन को संजीवनी देगा छह माह बाद खुला बर्फ से लकदक मनाली-लेह मार्ग
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Manali-Leh road opened after six months to revive tourism

 

 छह माह बाद बहाल हुए सामरिक महत्व के मनाली-लेह मार्ग से आने वाले दिनों कुल्लू-मनाली और लाहौल की वादियां सैलानियों से गुलजार होंगी। मई का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो गया, लेकिन कुल्लू-मनाली में होटलों की आक्यूपेंसी अभी तक 60 फीसदी तक चल रही है। अब 427 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग खुलने से मनाली के पर्यटन को संजीवनी मिलेगी। लेह व लद्दाख की तरफ जाने वाले अधिकतर सैलानी मनाली होकर जाते हैं और उनका एक से दो दिन का ठहराव मनाली में होता है। ऐसे में मनाली-लेह मार्ग खुलने से घाटी के पर्यटन में 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि होगी। कुल्लू-मनाली और लाहौल के पर्यटन कारोबारी भी मनाली-लेह मार्ग के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

 अब सीमा सड़क संगठन की रोड क्लीयरेंस मिलने के बाद सैलानी बर्फ देखने के लिए पटसेउ, बारालाचा, शिंकुला और सरचू तक जा सकेंगे। साथ ही लेह-लद्दाख के लिए भी पर्यटक इसी रास्ते का इस्तेमाल कर यहां की बर्फीली वादियों के हसीन नजारे का लुत्फ उठा पाएंगे। लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों को अनुमति दे दी है। शुरू में फोर बाई फोर और चेन वाली गाड़ियों को जाने दिया जा रहा है। मौसम खुलते ही इसी सप्ताह कभी भी मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चल पड़ेगी।


बीआरओ डबललेन मनाली-लेह हाईवे -तीन को पूरी तरह से दुरुस्त कर सड़क किनारे से बर्फ हटाकर इसे चौड़ा करने का काम शुरू कर रहा है। अधिकतर सड़क से बर्फ हटा दी है, लेकिन कुछेक जगहों पर जहां ग्लेशियर व हिमखंड गिरे हैं, उनको भी खुला करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा कि अभी मनाली में 70 फीसदी तक होटल, रिजॉर्ट व होमस्टे पैक चल रहे हैं। मनाली-लेह मार्ग खुलने से आने वाले दिनों में पर्यटन सीजन पीक पर होगा। पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि मौसम साफ रहता है तो जल्द ही पर्यटकों को मनाली-लेह मार्ग पर आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।

मनाली में रोज पहुंच रहे 1,500 पर्यटक वाहन
समर सीजन का आगाज हो गया है और मनाली में रोज 1,300 से 1,500 पर्यटक वाहन पहुंच रहे हैं। जबकि, वीकेंड पर मनाली में 1,700 से 1,800 वाहन आ रहे हैं। अभी सैलानी अटल टनल रोहतांग, कोकसर व सिस्सू के साथ गुलाबा व कोठी की वादियों को निहार रहे हैं। अब पर्यटन विभाग के साथ परिवहन विभाग भी सैलानियों की सुविधा के लिए मनाली से दारचा, शिंकुला दर्रा, बारालाचा व उदयपुर तक बस सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

 

सरचू में जल्द स्थापित होगी पुलिस चेक पोस्ट

 मनाली-सरचू-लेह सड़क पर सरचू में एक सप्ताह के भीतर पुलिस चेक पोस्ट स्थापित की जाएगी। इसी के साथ छह माह बाद इस सड़क के बहाल होते ही पुलिस की हर एक पर्यटक व अन्य वाहनों और गतिविधियों पर पैनी नजर रहेगी। हालांकि, लाहौल-स्पीति प्रशासन ने 16 मई को मनाली-सरचू सड़क को फोर बाई फोर और फोर बाई टू चेन के साथ स्थानीय वाहनों को लेह, लद्दाख की ओर जाने की अनुमति दी है। पर्यटक वाहनों को अभी पटसेऊ से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है। इसी कड़ी में अब लाहौल-स्पीति पुलिस दुनिया की सबसे ऊंची सड़क मनाली-लेह मार्ग पर स्थित सरचू (14,070 ) में एक सप्ताह में चेक पोस्ट स्थापित करने जा रही है। यह चेक पोस्ट मनाली-लेह के बीच आवाजाही करने वाले हर एक व्यक्ति की मदद करने के साथ ही गतिविधियों पर नजर रखेगी।

सरचू में चेकपोस्ट खुलने के बाद सैलानियों को पटसेऊ से आगे जाने मंजूरी भी दी जा सकती है। बता दें कि दारचा में लाहौल-स्पीति पुलिस की चेक पोस्ट पहले से है। दारचा-शिंकुला-जांस्कर की ओर आवाजाही करने वाले सभी लोगों का वहां पंजीकरण किया जाता है। अब दारचा-सरचू-लेह की तरफ जाने वाले लोगों का भी पहले दारचा चेक पोस्ट में पंजीकरण अनिवार्य रहेगा। लाहौल-स्पीति पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने कहा कि परिस्थिति ठीक रहने पर एक सप्ताह में सरचू में चेक पोस्ट स्थापित की जाएगी।

सनद रहे कि देश की सुरक्षा की दृष्टि से मनाली-सरचू-लेह सड़क अति महत्वपूर्ण है। 1999 में कारगिल युद्ध के बाद यह मार्ग अपने सामरिक महत्व को दर्ज करवा चुका है और अब इसे भारतीय सेना की लाइफ लाइन भी माना जाता है। सेना को रसद व गोला बारूद सहित अन्य सामग्री की खेप मनाली-सरचू के रास्ते लेह लद्दाख में कम समय में पहुंचाया जा सकता है।

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