मांडल (चंद्रशेखर तिवाड़ी)। रंगतेरस के मौके पर प्रसिद्ध नाहर नृत्य तो होगा लेकिन सार्वजनिक रूप से नहीं होकर बड़ा मंदिर परिसर में होगा। बादशाह की सवारी नहीं निकलेगी, केवल कुछ व्यक्तियों का शिष्टमंडल तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को रंग लगाएगा। एसडीएम डॉ. पूजा सक्सेना की अध्यक्षता में पंचायत समिति के सभागार में आयोजित बैठक में सीएलजी सदस्यों के साथ रंगतेरस व फूलडोल महोत्सव आयोजित किए जाने पर चर्चा हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा ने बताया कि फूलडोल महोत्सव 12 अप्रैल सोमवार को भगवान का बेवाण दोपहर दो बजे मंदिर से बाहर लाया जाएगा जो भक्तों संग होली खेलते हुए कस्बे में भ्रमण करने के बाद रात आठ बजे मंदिर में प्रवेश करेगा। इसमें प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक में निर्णय किया गया कि कोविड 19 की पालना करते हुए ये कार्यक्रम संपादित किए जाएं। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा, पुलिस उप अधीक्षक सुरेन्द्र कुमावत, तहसीलदार अजीतसिंह, ग्राम पंचायत सरपंच संजय भंडिया, जाकिर हुसैन अंसारी, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा, मुकेश जोशी, आबिद हुसैन शेख, नंदलाल माली, पूर्व उपसरपंच रमेश बूलिया, थानाधिकारी राजेन्द्र गोदारा, अनवर हुसैन अंसारी, अनुराग मंडोवरा, एडवोकेट वासिफ खान, गोपाल लढा सहित कई कस्बावासी मौजूद थे।