भीलवाड़ा( संपत अंकुर हलचल) कोरोना के चलते लंबे लॉककडाउन के बाद आज कुछ रियायत देने के बाद शहर में चहल-पहल नजर आई है लेकिन अति उत्साह के चलते कुछ दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने पर उनके चालान बनाए गए जबकि एक चाय वाले की दुकान को सील कर दिया गया है भीलवाड़ा में कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन के बाद आज दी गई ढील के दौरान लोग घरों से बाहर निकले और दुकानें भी खुली है लेकिन आपाधापी कुछ कुछ दुकानों पर नजर आए जहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी भरे लहजे में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को कहा है स्टेशन रोड स्थित अमर ज्योति की दुकान पर मैं तो बोले बनाए गए और नहीं वहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा रही थी, इस पर दुकानदार को चेतावनी दी गई है ।जबकि नवरतन चाय पर ज्यादा भीड़ होने पर उसे सीज कर दिया गया कुछ और दुकानों पर भीड़ पर नजर आने पर उन्हें चेतावनी देकर व्यवस्था बनाए रखने को कहा गया है। ऐसे दुकानदारों की फोटोग्राफी भी की जा रही है लंबे समय बाद आज बाजार में अच्छी खासी चहल-पहल नजर आई है कई लोग तो सिर्फ बाजार में तफरी करने के लिए भी निकले है।
*दुकानदारों का विरोध*
सरकार द्वारा सुबह 6 बजे से 11 बजे तक जो छूट दी गई उसे दुकानदार ठीक नहीं बता रहे हैं और समय चेंज करने की मांग कर रहे हैं दुकानदारों का कहना है कि सुबह 6 बजे न तो कोई ग्राहक आते हैं और नहीं दुकानदार ,9 बजे से ही दुकानदार और ग्राहक बाजार में आने लगते हैं ऐसे में दुकानों का समय 9 से 2 बजे या इससे ज्यादा होना चाहिए।
*कार्रवाई करना मकसद नहीं*
उपखंड अधिकारी ओम प्रभा ने कहा है कि सरकार द्वारा दी गई छूट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए सभी अधिकारी फील्ड में है और व दुकानों पर गोले सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की पालना कराने में जुटे हैं ।कार्रवाई करना उनका मकसद नहीं है। ओम प्रभा ने कहा है कि अभी कोरोना गया नही है ऐसे में हमें कोविड-19 के नियमो की पालना करनी होगी और पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी पड़ेगी उन्होंने कहा कि इसी के चलते आज नवरत्न चाय नामक दुकानदार का चालान भी किया है और दुकान भी 7 दिन के लिए सीज की गई है।
*पहले दिन लगे साफ सफाई में* लंबे समय बाद आज दुकानें खोली गई है ऐसे में दुकानदार सुबह साफ सफाई करते नजर आए एक दुकानदार का कहना था कि दुकान खोलने का समय ही 9:00 बजे बाद है ऐसे में अगर वह 9से 10 बजे दुकान पर आते हैं तो साफ सफाई और अगरबत्ती करने का समय उन्हें मिल पाता फिर 11 तो बजे घर जाना ही पड़ेगा। ऐसे में दुकान खोलने का ज्यादा मकसद नहीं रह जाता