उदयपुर। विधानसभा आम चुनाव के तहत जारी होम वोटिंग प्रक्रिया में वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन पूर्ण उत्साह के साथ लोकतंत्र के प्रति अपना दायित्व निभा रहे है। भारत निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) अरविंद पोसवाल के निर्देशन में होम वोटिंग के मतदान दल पूर्ण मुस्तैदी के साथ पहाड़ो, नदी नालों को पार करते हुए मतदाताओं तक पहुंच रहे है। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद पोसवाल के निर्देशन में जारी इस प्रक्रिया के तहत जिले में अब तक 3072 चिन्हित मतदाता होम वोटिंग सुविधा का लाभ उठाकर घर बैठे मतदान कर चुके हैं। शनिवार को उदयपुर जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 678 वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों ने घर बैठे मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपना दायित्व निभाया।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों के लिए होम वोटिंग की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। होम वोटिंग का प्रथम चरण 14 से 19 नवंबर तक जारी है। प्रथम चरण के चौथे दिन शनिवार को सभी रिटर्निंग अधिकारी मुख्यालयों से होम वोटिंग टीम अपने निर्धारित रूट चार्ट पर रवाना हुई। टीमों ने पोस्टल बैलेट का विकल्प चुनने वाले वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के घर पहुंच कर उनसे मतदान कराया। इस दौरान माइक्रो आब्जर्वर, मतदान टीम, वीडियोग्राफर सहित संबंधित बीएलओ एवं प्रत्याशियों के अधिकृत प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कहां कितना मतदान
होम वोटिंग प्रकोष्ठ के प्रभारी कुशल कोठारी ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र गोगुंदा में शनिवार को 86 मतदाताओं ने होम वोटिंग की। इसमें 73 वरिष्ठ नागरिक व 13 दिव्यांगजन शामिल रहे। गोगुन्दा में अब तक कुल 357 मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया। झाड़ोल में 75 वरिष्ठ नागरिक व 12 दिव्यांगजन सहित कुल 87 लोगों ने मतदान किया। इसके साथ झाडोल में अब तक कुल 379 चिन्हित मतदाताओं ने मतदान किया है। विधानसभा क्षेत्र खेरवाड़ा में 68 मतदाताओं ने वोटिंग की। इसमें 56 बुजुर्ग व 12 दिव्यांगजन शामिल रहे। यहां अब तक कुल 370 लोगों ने होम वोटिंग सुविधा का लाभ लिया। उदयपुर ग्रामीण में 50 बुजुर्ग व 05 दिव्यांगजन सहित कुल 55 मतदाताओं ने घर बैठे मतदान किया। यहां अब तक 264 लोग मतदान कर चुके हैं। विधानसभा क्षेत्र उदयपुर शहर में 86 बुजुर्ग और 4 दिव्यांगजन सहित कुल 90 ने होम वोटिंग की। अब तक यहां कुल 412 मतदाता मताधिकार का उपयोग कर चुके हैं। मावली में 86 मतदाताओं में 76 बुजुर्ग और 10 दिव्यांगजन शामिल रहे। मावली में अब तक कुल 391 मतदाता होम वोटिंग कर चुके हैं। वल्लभनगर में 149 बुजुर्ग और 19 दिव्यांगजन सहित सर्वाधिक 168 मतदाताओं ने वोटिंग की। वल्लभनगर में अब तक 711 लोग मतदान कर चुके हैं। इसी प्रकार सलूम्बर में 29 बुजुर्ग व 9 दिव्यांगजन सहित कुल 38 जनों ने मतदान किया। सलूम्बर में अब तक कुल 188 मतदाता घर बैठे मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपनी निष्ठा का परिचय दे चुके हैं।
झुकी कमर, कांपते हाथ और 90 प्रतिशत दिव्यांगता के बावजूद फर्ज को दी प्राथमिकता
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन के लिए इस बार लागू की गई होम वोटिंग प्रक्रिया में हौंसला देखते ही बन रहा है। कही झूकी कमर, कही कांपते हाथ तो कहीं 90 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता होने के बावजूद मतदाता पूर्ण उत्साह के साथ अपना फर्ज निभा रहे है। इसका उदाहरण देखने को मिला गोगुन्दा विधानसभा क्षेत्र के घाटी का भीलवाड़ा क्षेत्र में जहां 90 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग नाथूलाल ने अपना वोट डाला। वहीं उदयपुर ग्रामीण के वरिष्ठ मतदाता वैसा ने झूकी कमर और कांपते हाथों से मतपेटी में अपना मत डालकर अपना दायित्व पूरा किया। विभिन्न क्षेत्रों में बुजुर्ग दम्पति का उत्साह भी देखते ही बन रहा था।