शाहपुरा मूलचन्द पेसवानी
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में चल रहे छह दिवसीय बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) आधारित केआरपी प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए शिविर प्रभारी एवं कार्यवाहक प्रधानाचार्य कैलाश मण्डेला ने कहा कि प्रशिक्षण ले रहे केआरपी के कंधों पर जिले में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) के प्रशिक्षणों की सफलता टिकी हुई है। संभागी प्रशिक्षण के दौरान पूरी जिम्मेदारी व लगन से ज्ञान लें ताकि क्षेत्र के अध्यापकों को उचित मार्ग दर्शन मिल सके। नन्हे बालकों को खेल-खेल में सिखाने तथा कक्षा 2 तक के शैक्षिक ढ़ांचे को सही कर बालकों को संख्या ज्ञान कराने का प्रयास राज्य सरकार ने योजना के द्वारा किया है जिसकी सफलता केआरपी के हाथों पर टिकी हुई है। प्रशिक्षण में दक्ष केआरपी जिले के प्राथमिक अध्यापकों को ब्लॉक में प्रशिक्षण देंगे।मण्डेला ने माड्यूल के अनुसार प्रतिदिन प्रशिक्षण कार्य पूरा कराने के लिए राज्य संदर्भ व्यक्तियों को निर्देश दिए ताकि संभागी को पूरा ज्ञान मिल सके। शिविर में 105 संभागी भाग ले रहे हैं। एसआरजी शान्तिलाल छापरवाल ने सीखने व सिखाने की प्रक्रिया के आयाम को विस्तार से बताया। साथ ही विजयशंकर शर्मा ने बुनियादी साक्षरता की प्रक्रिया में सीसीई दस्तावेजों का संधारण एवं उपयोग पर प्रकाश डाला। जबकि रतनलाल शर्मा ने भाग 1 बुनियादी साक्षरता व उसके मुख्य घटक तथा कौशल के बारे में जानकारी दी। नरपतसिंह राठौड़ ने भाग 2 के तहत मौखिक भाषा का विकास, साक्षरता के घटक की जानकारी दी। प्रशान्त चोधरी ने ध्वनि जागरूकता, डीकोडिंग ओर लेखन पर विस्तार से बताया।