भीलवाड़ा (हलचल)। भीलवाड़ा गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने निजी बसों में माल लदान का लाइसेंस जारी करने का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। साथ ही आशंका भी जताई है कि ऐसी बसों से दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वबंधु सिंह राठौड़ ने राज्य सरकार और प्रशासन से प्रश्न किया कि अगर माल लदी हुई बसों से दुर्घटना हो जाती है तो क्या बीमा कम्पनी उसका मुआवजा देगी। Oउन्होंने कहा कि मोटर व्हिकल एक्ट की धज्जियां उड़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रकों से माल लदान रूकता है तो हिंदुस्तान रूक जाता है। उन्होंने इस तरह के आदेश को वापस लेने की मांग की है। अन्यथा ट्रांसपोर्टर इसके खिलाफ आन्दोलनात्मक कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड में हमने लोगों की मदद की। हमें लगा कि सरकार ईनाम देगी लेकिन ईनाम के रूप में डीजल के दाम बढ़ा दिये।