भीलवाड़ा (हलचल/प्रहलाद तेली)। राजस्थान के समस्त पशु चिकित्सक अपने नॉन प्रेक्टिस अलाउंस की मांग को लेकर सामूहिक अवकाश पर है।
राजस्थान का पशु चिकित्सक लगातार पिछले काफी वर्षों से राज्य सरकार की सभी योजनाओं, गौपालन, पशु बीमा, टीकाकरण, 24 घंटे चिकित्सा इत्यादि कार्यों को पूर्ण करते हुए राज्य को पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन में नम्बर एक पर ले आया है। इसके बावजूद पशु चिकित्सकों को नॉन प्रेक्टिस अलाउंस से वंचित किया जा रहा है। पशु चिकित्सकों की मांग है कि जब तक नॉन प्रेक्टिस अलाउंस नहीं दिया जाता तब तक पशु बीमा, गौपालन कार्य का बहिष्कार करेंगे और संघर्ष जारी रखेंगे।
राजस्थान पशु चिकित्सक संघ के महासचिव डॉ. दिनेश खोईवाल ने बताया कि पशुुचिकित्सक 18 सितंबर से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। वेटरनरी डॉक्टर्स एसोसिएशन, राजस्थान एवं पशुचिकित्सक संघ, राजस्थान के संयुक्त आह्मान पर 6 सितम्बर से गोपालन विभाग के समस्त कार्यों, कामधेनु पशु बीमा योजना समेत समस्त डोर स्टेप चिकित्सा सेवाओं के राज्यव्यापी बहिष्कार का निर्णय लिया गया था। उक्त राज्यव्यापी कार्य बहिष्कार के बाद सरकार द्वारा नॉन प्रेक्टिस अलाउंस की स्वीकृति जारी नही करने के परिणामस्वरूप सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया।