भीलवाड़ा। तमाम राजनीतिक अटकलों पर विराम लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दक्षिण राजस्थान के मुख्य कृष्ण धाम श्री सांवलियाजी धाम में सांवरिया सेठ के दर्शन के साथ मेवाड़ देव दर्शन यात्रा की शुरुआत 23 नवंबर को करने जा रही हैं। रविवार को उनकी देव दर्शन यात्रा का कार्यक्रम तय हो गया है। आगामी 23 नवंबर से शुरू इस यात्रा का समापन 26 नवंबर को अजमेर संभाग में होगा। वसुंधरा राजे के मेवाड़ देव दर्शन यात्रा कार्यक्रम की शुरुआत 23 नवंबर से होगी। वह सुबह सवा ग्यारह बजे हेलीकाप्टर से चित्तौड़गढ़ जिले में सांवरिया सेठ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद वह शाम को साढ़े पांच बजे बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन करेंगी।अगले दिन 24 नवंबर को राजसमंद जिले में दोपहर 12.50 बजे चारभुजानाथ के दर्शन करने जाएंगी। इसके बाद दोपहर दो बजे राजसमंद में द्वारिकाधीशजी के दर्शन करने के बाद दोपहर बाद 3.10 बजे मेवाड़ के आराध्य देव एकलिंगनाथजी के दर्शनक करने कैलाशपुरी आएंगी। रात्रि विश्राम नाथद्वारा में होगा। 25 नवंबर को वह नाथद्वारा में श्रीनाथजी के दर्शन करने के बाद बेगूं जाएंगी और वहां आचार्य महाश्रमणजी से आशीर्वाद लेंगी। रात्रि विश्राम भीलवाड़ा में करने के बाद यात्रा के अंतिम दिन 26 नवंबर को वह सलेमाबाद अजमेर पहुंचकर श्रीनिम्बार्क पीठ में पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद दोपहर 12.25 बजे ब्रह्माजी मंदिर में दर्शन करने जाएंगी। वहां शाम शाम 4.40 बजे वे अजमेर से अपनी यात्रा का समापन कर जयपुर के लिए रवाना होंगी।