भीलवाड़ा। जिले की चौदह में से 12 पंचायत समितियों ने सिंचाई व जल संरक्षण से जुड़ी दो महत्वपूर्ण योजनाओं की साधारण सभा से अनुमोदित डिटेल प्रोजेट रिपोर्ट (डीपीआर) तथा वार्षिक बजट नहीं भेजे। इस वजह से जिला परिषद की साधारण सभा की आज आहूत बैठक स्थगित करनी पड़ी। जिला परिषद प्रशासन की यह बड़ी लापरवाही है कि वह प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं कर सकी। पंचायत समितियां साधारण सभा की बैठकें समय पर आहूत नहीं कर सकी। जिला परिषद की बैठक जिला प्रमुख बरजी बाई भील की अध्यक्षता में आज सुबह कलेक्ट्रेट में होनी थी। यह बैठक वाटरशेड डवलपमेंट कमेटी- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.00 (पीएमकेएसवाई) तथा राजीव गांधी जल संचय योजना (आरजीजेएसवाई)-सेकंड के अंतर्गत स्वीकृत प्रोजेट की डीपीआर का अनुमोदन एवं पंचायत समितियों के आय व्यय वार्षिक बजट के अनुमोदन के लिए बुलाई गई थी। ये दोनों पंचायत समितियों से अनुमोदन के बाद ही जिला परिषद की बैठक में रखे जाने थे, तब साधारण सभा अनुमोदित करती। अब तक जिले की 14 पंचायत समितियों में से महज दो पंचायत समितियों बनेड़ा और हुरड़ा की ही साधारण सभा की बैठक हो सकी। इन्हीं की डीपीआर और बजट अनुमोदित हुए। ऐसे में शेष 12 पंचायत समितियों के बजट व डीपीआर अनुमोदित होकर नहीं आने से जिला परिषद के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रह्मलाल जाट ने मजबूर होकर जिला परिषद साधारण सभा स्थगित कर दी।
बैठक की अगली तारीख अभी तय नहीं है। इससे पीएमकेएसवाई तथा आरजीजेएसवाई प्रोजेट में देरी होगी।
उधर, उप जिला प्रमुख शंकरलाल गुर्जर ने जिला परिषद बैठक स्थगित होने के पीछे पंचायत समितियों व जिला परिषद प्रशासन की लापरवाही बताया।