डॉ कामिल चित्तौड़ में बनेड़ा की नाबालिग के गर्भपात मामले में हो चुका हे गिरफ्तार: आठ साल पहले भीलवाड़ा में अवैध रूप से गर्भपात करते पकड़ा गया,
भीलवाड़ा (राजकुमार माली )। दलाल के माध्यम से चिकित्सा के पैसे को बदनाम करने वाले मूलतः मांडल के डॉक्टर कामिल का कारनामे नया नहीं है, इससे पहले भी भीलवाड़ा और चितौड़गढ़ में अवैध रूप से गर्भपात के मामले में पकड़ा जा चुका हे और और २ बार जेल में भी रहा हे।
चिकित्सा महकमा और प्रशासन ने दलाल और कथित डॉक्टर के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी की है, इन पर अब कभी भी कार्रवाई हो सकती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बिजी गोस्वामी ने बताया की की भीलवाड़ा में भारद्वाज सोनोग्राफी केंद्र पर गलत रिपोर्ट तैयार करने के मामले में कार्रवाई करते हुए सोनोग्राफी मशीन सीज कर ली गई है और अब हरिपुरा चौराहे के कथित दलाल और चित्तौड़गढ़ के राजस्थान हॉस्पिटल के चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई जल्दी होगी है।जानकारी के अनुसार हरिपुरा के कथित दलाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसडीएम और पुलिस ने एक टीम तैयार की हे। दलाल के पकड़े जाने और पूछताछ के बाद कुछ और बड़ा खुलासा होने की संभावना से दिनकर नहीं किया जा सकता।उधर,राजस्थान हाॅस्पिटल के संचालक डाॅ. कामिल हुसैन पर दाे माह पुरानी साेनाेग्राफी रिपाेर्ट के आधार पर हाथाें-हाथ गर्भपात करने के प्रयास का आरोप लगा हे। इस मामले में आप किसी भी समय कार्रवाई हो सकती है
डॉ कामिल भीलवाड़ा में भी रह चुका है विवादित
डॉक्टर कामिल अंसारी के खिलाफ आठ साल पहले सीएमएचओ ने जयपुर स्थित पीबीआई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 8 अप्रैल को मानव सेवा संस्थान परिसर स्थित राजस्थान हॉस्पिटल में डॉक्टर कामिल हुसैन द्वारा एक महिला का गर्भपात किया जा रहा था, जबकि वह एमटीपी एक्ट में पंजीकृत नहीं है। इसकी सूचना पर सीएमएचओ के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी थी। जांच में वहां गर्भ निरोधक दवाइयों के अवैध किट भी बरामद हुए थे। मामले को लेकर 10 अप्रैल को सीएमएचओ ने डॉक्टर के खिलाफ जयपुर स्थित पीबीआई थाने में मामला दर्ज कराया।
तब ,अवैधरूप से गर्भपात पकड़े जाने के अगले दिन राजस्थान मेटरनिटी हॉस्पिटल पर औषधि नियंत्रण अधिकारी की टीम ने दबिश दी। टीम ने हॉस्पिटल में 85 मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी (एमटीपी) के किट बरामद किए। एमटीपी एक्ट में हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के बावजूद अवैध तरीके से यह दवाइयां रखी जा रही थीं और इनको गर्भपात कराने के काम में लिया जा रहा था।
तत्कालीन औषधि नियंत्रण अधिकारी जितेंद्र कुमार मीणा ने कार्रवाई में हॉस्पिटल के संचालक डॉ. कामिल हुसैन से हॉस्पिटल में संचालित मेडिकल स्टोर से बेची जाने वाली 23 प्रकार की दवाइयों के क्रय-विक्रय संबंधी दस्तावेज मांगे तो डॉ. हुसैन के पास क्रय संबंधी दस्तावेज थे लेकिन विक्रय संबंधी कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। डॉ. हुसैन के पास विक्रय संबंधी दस्तावेज नहीं होना ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के शिड्यूल का उल्लंघन था।
तब भी गांवों में नेटवर्क का पता लगा
आठ साल पहले भी चिकित्साविभाग को गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों या अन्य लोगों तक डॉ. कामिल हुसैन का नेटवर्क फैला होने की जानकारी लगी थी । उस समय राजस्थान मेटरनिटी हॉस्पिटल पर कार्रवाई के दौरान ही कोटड़ी की एक महिला गर्भपात कराने पहुंची। उसने वहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर काम करने वाले कंपाउंडर भैरूलाल आचार्य के मार्फत यहां तक आना बताया था। इससे अधिकारियों का संदेह पक्का हो गया। तब सीएमएचओ की जांच में सामने आया था कि डॉ. कामिल गर्भपात के लिए आने वाली महिलाओं का रजिस्ट्रेशन तक नहीं करता था। आर वर्तमान में भी यही बात सामने आई हे।
मांडल के डॉ कामिल का एक मामला ये भी ,जिसमें हो चुकी हे गिरफ्तारी
चित्तौडग़ढ़ में बलात्कार के आरोपियों से मिलीभगत कर नाबालिग का गर्भपात करने के आरोप में कोतवाली पुलिस ने राजस्थान हॉस्पीटल चित्तौडग़ढ़ के संचालक डॉ. कामिल हुसैन को करीब तीन साल पहले गिरफ्तार किया था। जो कई दिनों तक जेल में भी रहा ।
जानकारी अनुसार 14 अप्रेल2022 को एक महिला ने चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश किया कि उसकी नाबालिग पुत्री को बनेड़ा निवासी व हाल मोहर मंगरी में रह रहे राजू पुत्र मोहम्मद शरीफ ने चाय में नशीली वस्तु पिला दी। इसके बाद पीडि़ता के साथ बलात्कार कर उसके फोटो खींच लिए। इसके बाद आरोपी फोटो वायरल करने की धमकी देकर पीडि़ता के साथ बलात्कार करता रहा।15मार्च 2022को प्रार्थिया अपनी बेटी को लेकर महिला चिकित्सक के पास गई। जहां उसे पीडि़ता की सोनोग्राफी करवाने की सलाह दी गई। पीडि़ता नाबालिग होने से सोनोग्राफी सेंटर पर सोनोग्राफी करने से इनकार कर दिया। इसके अगले दिन पीडि़ता को उसकी मां राजस्थान हॉस्पीटल ले गई, जहां उसे बताया गया कि उसकी पुत्री छह माह से गर्भवती है। पीडि़ता को लेकर उसकी मां घर लौट गई। इसके बाद आरोपी राजू पीडि़ता को धोखे में रखकर राजस्थान हॉस्पीटल लेकर गया और वहां डॉ. कामिल हुसैन से मिलीभगत कर गर्भपात करवा दिया। मामला गंभीर होने पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली पुलिस पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर इस मामले में आरोपी राजू व उसकी भाभी सिमरन के साथ भीलवाड़ा जिले के माण्डल निवासी व हाल चित्तौडग़ढ़ में राजस्थान हॉस्पीटल के संचालक डॉ कामिल हुसैन (४३) पुत्र सिराज मोहम्मद अंसारी को गिरफ्तार किया।