सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- क्षेत्र के आकोला बनास नदी लीज द्वारा बजरी दोहन के विरोध में कस्बे के निकटवर्ती चांदगढ़ में चल रहे “बनास बचाओ आंदोलन” का सोमवार को 15वां दिन भी जोश और एकजुटता के साथ जारी रहा । महादेव एंक्लेव प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अवैध बजरी खनन के खिलाफ ग्रामीणों का यह आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है । सुबह से ही चर्चा थी कि नागौर से आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के निर्देश पर भेजे गए लादूराम गोदारा धरना स्थल पर पहुंचने वाले हैं । इस खबर के फैलते ही खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया और ठेकेदारों ने जल्दी-जल्दी जेसीबी मशीनें व ट्रैक्टर नदी से बाहर निकाल दिए । दोपहर में कोटड़ी तहसीलदार सुरेंद्र सिंह चौधरीऔर माइनिंग विभाग के सहायक अभियंता सुनील सन्नाढय भी धरना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की । उन्होंने कहा कि उनकी मांगें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई जाएंगी और अवैध खनन बंद कराया जाएगा । परंतु प्रदर्शनकारियों ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि “यही अफसर पहले भी आ सकते थे, लेकिन अब दबाव में दौरे हो रहे हैं ।” धरने में उपस्थित लादूराम गोदारा ने कहा हम इस लड़ाई में आपके साथ हैं । दो-चार दिन और डटे रहो, फिर हनुमान बेनीवाल खुद आकर आपको न्याय दिलाएंगे । इस दौरान फोन पर स्वयं हनुमान बेनीवाल ने माइक के ज़रिए प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और कहा कि यदि प्रशासन ने मांगें नहीं मानीं, तो वे खुद धरना स्थल पहुंचकर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करवाएंगे और आप को न्याय दिलाऊंगा । गोदारा के आगमन और बेनीवाल के संदेश से धरने में नई ऊर्जा और उम्मीद की लहर दौड़ गई है, ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अब या तो न्याय मिलेगा या संघर्ष और तेज होगा । रात्रि को मौके पर मौजूद अधिकारियों ने मंगलवार को कमेटी बनाने का आश्वासन दिया ।।