सीकर सीकर जिले के सिंहासन गांव में शनिवार शाम से लापता हुए नाई लालचंद का शव रविवार को गांव के 150 फीट गहरे सूखे कुएं में मिला। वीकेंड पर जब ग्रामीण बाल कटाने और दाढ़ी बनाने उसकी दुकान पर पहुंचे तो लालचंद के न मिलने पर चिंता बढ़ी। 24 घंटे से अधिक समय तक उसके नहीं दिखने पर पूरा गांव उसकी तलाश में जुट गया।
सूचना मिलते ही बचाव दल मौके पर पहुंचा
रविवार सुबह कुएं के पास पहुंचे कुछ ग्रामीणों ने टॉर्च की रोशनी डालकर देखा तो नीचे एक शव नजर आया। इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची। टीम के चीफ वार्डन मदन सिंह कुड़ी ने बताया कि कैलाश मीणा कुएं में उतरे और शव को सुरक्षित बाहर निकाला गया। मृतक को मोर्चरी भेजकर पोस्टमॉर्टम कराया गया।
मानसिक रूप से बीमार था लालचंद नाई
लगभग 45 वर्षीय लालचंद गांव में एक नाई की दुकान पर काम करता था और शनिवार से लापता था। परिजनों के अनुसार वह मानसिक रूप से बीमार था और उसका इलाज भी चल रहा था। गांव में सप्ताहांत पर उसकी तलाश के बीच उसका शव कुएं में मिलने के बाद सभी के बीच मातम छा गया।