समग्र भारत एक भारत विषय पर चित्रकला तथा मूर्तिकला शिविर का शुभारंभ
उदयपुर, । पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित चित्रांकन पेंटिंग शिविर तथा मूर्तिकला शिविर का उद्घाटन शनिवार 9 दिसंबर को प्रातः शिल्पग्राम के संगम हॉल में हुआ।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि केन्द्र द्वारा नित नए नवाचार करते हुए चित्रांकन पेंटिंग शिविर तथा मूर्तिकला शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सर्वप्रथम केन्द्र के उपनिदेशक पवन अमरावत ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
‘समग्र भारत-एक भारत’ (सामाजिक समरसता, पर्यावरण और लोक एवं जनजातीय संस्कृति चित्रांकन) विषय पर पांच दिवसीय चित्रकला शिविर के संयोजक डॉ. मदन सिंह राठौड़ ने अपने उद्बोधन में बताया कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर का मूल उद्देश्य कला के विभिन्न आयामों को जनता के समक्ष रखना है। भारत की विभिन्न विविधता सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आदि होते हुए भी भारत समग्र बना है। इसी भावना को कलाकारों द्वारा केनवास पर उकेरना है। कला वर्ग की अभिव्यक्ति समाज में एक नैरेटिव स्थापित करती है। अभिव्यंजना के विभिन्न आयाम बनने के बाद समाज में जिज्ञासा जागेगी।
हेमंत जोशी ने बताया कि वह आज अपने गुरूजी के साथ पहली बार मंच साझा किया तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर का इस केम्प में अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंटस का कार्य भी किया गया था।
अरूण कुमार शर्मा, क्षेत्र प्रमुख, संस्कार भारती उत्तर पश्चिम क्षेत्र राजस्थान ने बताया कि एक खाली केनवास तथा एक बेजान पत्थर से सुंदर कलाकृति बनाना कलाकार की अथक प्रयास का परिणाम है। शिल्पग्राम परिसर कलाकारों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है। अच्छे कलाकार की पहचान उसकी विनम्रता से की जा सकती है।
कलाविद् एवं वरिष्ठ चित्रकार प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया कि कलाकारों के एक-दूसरे के साथ विचार विनिमय होगा तो देश तथा कलाकारों के लिए हितकारी होगा।
अंत में केन्द्र के सहायक निदेशक दुर्गेश चांदवानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन सिद्धांत भटनागर ने किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. सुरेश शर्मा, कलाविद् एवं वरिष्ठ चित्रकार तथा विशिष्ठ अतिथि श्री अरूण कुमार शर्मा, क्षेत्र प्रमुख, संस्कार भारती उत्तर पश्चिम क्षेत्र राजस्थान थे। साथ ही चित्रकला शिविर के संयोजक डॉ. मदन सिंह राठौड़, मूर्तिकला शिविर संयोजक हेमंत जोशी भी उपस्थित थे।
चित्रकला शिविर 13 नवंबर तक चलेगा। इस शिविर में देशभर से आए करीब 15 कलाकार भाग ले रहे है।
साथ ही मूर्तिकला शिविर में राशियों के प्रतीक चिन्ह की कलाकृतियां बनाई जा रही है। यह दस दिवसीय शिविर 18 नवंबर तक चलेगा। जिसमें विभिन्न राज्यों से 12 कलाकार भाग ले रहे है जो विभिन्न राशियों के प्रतीक चिन्ह को पत्थरों पर खूबसूरती से सृजित करेंगे।