खनन परियोजनाओं की पर्यावरणीय अनापत्ति का हुआ पुन: मूल्यांकन
उदयपुर। नवगठित राज्य स्तरीय विशेषज्ञ आँकलन समिति-4 द्वारा खनन परियोजनाओं की पर्यावरणीय अनापत्ति के पुनः मूल्यांकन हेतु गठित समिति की बैठक गुरुवार को इंडियन इंस्टीट्युट ऑफ टाउन प्लानर्स कार्यालय में समिति अध्यक्ष राहुल भटनागर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। भटनागर ने समिति के समक्ष प्रस्तुत समस्त प्रकरणों में समिति सदस्यों के साथ चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
बैठक में समिति के सदस्य सचिव विनय कट्टा द्वारा बैठक एजेंडा प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि कुल 38 प्रकरणों को पर्यावरणीय अनापत्ति के लिए प्रस्तुत किया गया है, इन पर समिति के स्तर पर चर्चा व निर्णय किया जाएगा।
सदस्य सचिव कट्टा ने बताया कि समिति द्वारा 24 जुलाई से 26 सितंबर तक कुल 14 बैठकों का आयोजन किया गया है जिसमें उदयपुर के 25, बाँसवाड़ा के 16, प्रतापगढ़ के 1, डूंगरपुर के 9, राजसमन्द के 159, चित्तौड़गढ़ के 135 एवं भीलवाड़ा के 29 प्रकरणों सहित कुल 374 खनन परियोजनाओं की डी.ई.आई.ए.ए. द्वारा जारी पर्यावरणीय अनापत्तिओं के पुनः मूल्यांकन हेतु समिति के द्वारा विवेचना कर निर्णय लिया गया एवं इन प्रकरणों को पर्यावरणीय अनापत्ति जारी करने हेतु राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव आंकलन प्राधिकरण, जयपुर को अनुशंसा के साथ भेजा गया है।
बैठक में समिति के सदस्य ओम प्रकाश शर्मा, सतीश श्रीमाली, नवीन व्यास, अनुपम भट्नागर एवं खान एवं भू-विज्ञान विभाग के प्रतिनिधि खनि अभियन्ता (सतर्कता) आरिफ शेख, ललित किशोर बागड़ा, ज्योति पटेल, समीक्षा सेन आदि उपस्थित रहे।