बागोर क्षेत्र में बजरी माफिया का आतंक: कोठारी नदी से अवैध खनन जोरों पर, सरकारी जमीन पर स्टाॅक, प्रशासन मौन

बागोर क्षेत्र में बजरी माफिया का आतंक: कोठारी नदी से अवैध खनन जोरों पर, सरकारी जमीन पर स्टाॅक, प्रशासन मौन
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बागोर (बरदीचंद) । बागोर क्षेत्र में इन दिनों बजरी माफिया का बोलबाला बना हुआ है। कोठारी नदी से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से बजरी का खनन हो रहा है, और प्रशासनिक लापरवाही के चलते यह धंधा बेखौफ तरीके से जारी है।

खननकर्ता नदी से बजरी निकालकर उसे बागोर कस्बे की सरकारी व निजी ज़मीनों पर स्टॉक करते हैं, जहां से यह बजरी अन्य जिलों में भेजी जाती है। टेक्टरों के माध्यम से बजरी की ढुलाई दिन-रात खुलेआम हो रही है, जिससे क्षेत्र में आमजन में भारी आक्रोश व्याप्त है।

कोठारी नदी पर स्थित बागोर पुलिया, महासतिया एनीकट सहित कई स्थानों पर 25 से 30 फीट गहरे गड्ढे बना दिए गए हैं, जो न केवल पर्यावरण के लिए खतरा हैं, बल्कि भविष्य में हादसों की आशंका को भी बढ़ा रहे हैं।

इस वर्ष क्षेत्र में बारिश का औसत भी जिले में सबसे कम रहा है, जिससे जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में पेयजल संकट गहरा सकता है।

राज्य सरकार ने अवैध खनन पर लगाम कसने के लिए खनिज विभाग को एक माह का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन बागोर क्षेत्र में विभाग की कार्रवाई बेहद सीमित नजर आ रही है। इससे ग्रामीणों में खासी नाराजगी है और यह विषय चर्चा का केंद्र बन गया है।

ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई कर अवैध खनन पर अंकुश लगाए, ताकि क्षेत्र की प्राकृतिक धरोहर और जल स्रोतों की रक्षा की जा सके।

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