भीलवाड़ा BHN
भीलवाड़ा में आज सुबह से ही बादल छाए रहे। सूर्यदेव के दिनभर दर्शन नहीं हुए। सुबह से दोपहर तक करीब तीन-चार बार रुक-रुक कर बरसात हुई। शाम को करीब साढ़े पांच बजे फिर बरसात शुरू हो गई। उधर, दो दिन पूर्व हुई बरसात के बाद बिगड़े शहर के हालात अभी भी पूरी तरह नहीं सुधर पाए हैं।
आज सुबह लगभग सवा दस बजे आजाद नगर क्षेत्र में बारिश शुरू हुई, जो लगभग आधे घंटे तक चली। भवानी नगर में भी सुबह 10 बजे बरसात शुरू हुई। आरसी व्यास क्षेत्र में लगभग पौने दस बजे से पंद्रह-बीस मिनट पानी बरसा। सुभाष नगर क्षेत्र में भी वर्षा हुई। इनके अलावा शहर के अन्य हिस्सों में भी बरसात हुई।
शनिवार से ही शुरू हुई प्री-मानसून बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा। जल संसाधन विभाग स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार आज सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में गंगापुर में 2 मिमी, गुलाबपुरा में 18, आसींद में 2, बदनौर में 4, हुरड़ा में 19, जहाजपुर में 21, कोटड़ी में 10, मांडल में 6, मांडलगढ़ में 10, सहाड़ा में 2, बिजौलियां में 24, शंभूगढ़ में 5, रूपाहेली में 4, शक्करगढ़ में 18, पारोली में 12 व काछोला में 2 मिमी बरसात हुई। इसी तरह जेतपुरा बांध पर 8 मिमी, कोठारी बांध पर 8, मेजा बांध पर 3, नाहर सागर बांध पर 40, पाटन टैंक पर 3, सरेरी बांध पर 5 व उम्मेद सागर बांध पर 11 मिमी पानी गिरा। बरसात के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली है। उधर, प्री-
मानसून की बारिश ने ही नगर परिषद, सीवरेज कार्य, प्रशासन के
आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी। दो दिन पूर्व हुई बरसात के कारण शहर में जगह-जगह पानी भर गया। रेलवे अंडरब्रिज लबालब हो गए। नाले-नालियों की गंदगी अभी भी सड़कों पर बिखरी है। कई कच्ची बस्तियों में अभी भी बरसाती पानी भरा हुआ है।
बनेड़ा सीपी शर्मा
उपखण्ड मुख्यालय पर सोमवार को सुबह से आसमान में बादलों का जमावड़ा लगा रहा जिसके कारण प्रात करीब दस बजे बाद करीब दस पन्द्रह मिनट तक तेज बारिश हुई जिसके कारण गली मौहल्लों में पानी बहने लगा इसके पश्चात मौसम के शुष्क रहने से दिनभर तेज धूप खिली रही सायं 4.50बजे पुनः मौसम ने अपना मिजाज बदला तेज बोछारो के साथ बारिश शुरू हुई इस दौरान करीब रूक रूक के बारिश का दौर चलता रहा बारिश के दौरान तेज अंधड़ के कारण कोडलाई गांव निवासी कंचन देवी पत्नी नानूराम कुमावत के खेत पर लगें सौर ऊर्जा की प्लेटें तेज हवाओं से उड़ कर इधर उधर जा गिरी वहीं कोडलाई निवासी मदन पिता अम्बा लाल कुमावत के बाड़े में लगें मवेशियों के चदर तेज हवाओं व अंधड़ से उड़ कर गिर गए जिसके मवेशियों के कई चोटें आई