सर्दियों की हरी सब्जी साग किन लोगों को नहीं खानी चाहिए
सर्दी का खानपान भारत में अधिकतर लोगों का फेवरेट होता है क्योंकि इसमें साग और मक्के की रोटी जैसी टेस्टी डिश बड़े शौक से खाई जाती है. मूंगफली से बनी चीजें इस सीजन में खूब खाई जाती है. सरसों, पालक, बथुआ और दूसरी पत्तेदार सब्जियों से मिलकर बनने वाला साग गुणों का खजाना होता है. इसमें फाइबर, विटामिन सी और आयरन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. इसलिए इसे सेहत के लिए वरदान तक माना जाता है. हेल्दी रहने के लिए सलाह दी जाती है कि हरी सब्जियां का सेवन जरूर करना चाहिए. इसलिए हरी पत्तेदार सब्जियों से बनने वाला साग सेहतमंद रहने की एक चाबी जैसा है.
पर क्या आप जानते हैं कि ये साग कुछ लोगों के शरीर के लिए मुसीबत बन सकता है. क्योंकि साग में ऑक्सलेट्स जैसे कई यौगिक होते हैं जो कुछ लोगों के शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. चलिए आपको एक्सपर्ट के जरिए बताते हैं कि किन लोगों को हरी सब्जी साग को खाने से बचना चाहिए.
किडनी के मरीज
कैरेटिन बढ़ जाने के कारण किडनी की हेल्थ बिगड़ने लगती है. ऐसे में एक्सपर्ट प्यूरीन वाली चीजों को कम ही खाने की सलाह देते हैं. साग में डाले जाने वाले पालक में कई ऐसे तत्व हैं जो किडनी के मरीजों की मुसीबत बढ़ा सकते हैं.
पथरी होने पर
पथरी के होने का बड़ा कारण खराब खानपान है. रोजाना कम पानी पीना और मिट्टी लगी या बीज वाली चीजों को खाने से पथरी हो जाती है. एक्सपर्ट ने बताया कि पत्तियों में कुछ हद तक मिट्टी होती है और ये धीरे-धीरे किडनी या पित्त की थैली में पथरी बनाने लगती हैं. इसलिए पथरी अगर है तो पालक जैसी चीजों से दूरी बनाकर रखें. प्रिया पालीवाल कहती हैं कि अगर किसी का बीपी हाई रहता है तो उसे भी पालक या दूसरी हरी सब्जियों को एक्सपर्ट की सलाह पर ही खाना चाहिए. क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में पोटेशियम होता है.
ये लोग न खाएं हरा साग
एक्सपर्ट ने बताया कि अगर किसी को पहले से एलर्जी है तो उसे भी हरा साग नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा गर्भवती महिलाएं भी इसका सेवन न करें क्योंकि साग में फोलेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को नुकसान पहुंच सकता है
अगर किसी को गठिया या जोड़ों में दर्द की शिकायत है तो उसे भी साग या दूसरी हरी सब्जियों को एक्सपर्ट की सलाह पर ही खाना चाहिए. क्योंकि इसमें ऑक्सलेट्स नाम का यौगि होता है और इससे प्रॉब्लम्स और ज्यादा बढ़ सकती है.