खाटूश्यामजी में उमड़ा सैलाब, भक्तों ने लखदातार ग्राउंड के पास बना गेट तोड़ा

सीकर जिले स्थित खाटूनगरी में बाबा श्याम के मासिक मेले की शुरुआत चांदनी एकादशी के अवसर पर शनिवार तड़के मंगला आरती के साथ हो गई। दो दिवसीय इस मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। अनुमान है कि इस दौरान लगभग 10 लाख श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करेंगे।
मेले के पहले ही दिन मंदिर की सभी 14 दर्शन लाइनों में भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति भाव चरम पर रहा। दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रशासन और मंदिर समिति द्वारा किए गए इंतजामों के बावजूद कुछ स्थानों पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई। लखदातार ग्राउंड के पास स्थित एक गेट को बंद किए जाने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। नाराज श्रद्धालुओं ने गेट तोड़ दिया और मुख्य दर्शन लाइनों में प्रवेश कर लिया, जिससे कुछ समय के लिए हंगामे जैसी स्थिति बन गई। बाद में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को संभालते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया।
वीआईपी दर्शन पूरी तरह बंद
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने रींगस से खाटूश्यामजी तक कुल 115 स्थानों पर 2,200 पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। पूरे मार्ग और मंदिर परिसर में 358 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है। इस बार वीआईपी दर्शन पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं, जिससे हर भक्त को समान अवसर मिल सके।
रींगस से खाटू तक के मार्ग नो व्हीकल जोन
भीड़ प्रबंधन के तहत रींगस से खाटू तक के मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिसके चलते श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। मार्ग में लगे बैरिकेड्स और डायवर्जन के कारण दर्शन में समय लग रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की श्रद्धा में कोई कमी नहीं देखी जा रही।
जगह-जगह भंडारे और जल सेवा जारी
भक्तों की सुविधा के लिए रास्ते में जगह-जगह भंडारे, ठंडे पानी की टंकियां और विश्राम स्थल बनाए गए हैं। स्थानीय लोगों और समाजसेवियों द्वारा लगातार सहयोग किया जा रहा है। मंदिर समिति ने भी व्यवस्थाओं को फाल्गुन लक्खी मेले की तर्ज पर सुदृढ़ किया है। प्रशासन और मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है। मेले का समापन सोमवार रात्रि शयन आरती के साथ होगा।