हाइफा जीत के 105 साल पूरे, मेजर सिंह की याद में 23 सितम्बर को जयपुर में होगा सम्मेलन

हाइफा जीत के 105 साल पूरे, मेजर सिंह की याद में 23 सितम्बर को जयपुर में होगा सम्मेलन
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भीलवाड़ा। प्रथम विश्व युद्ध में इजरायल के जिस हाइफा शहर के लिए यूरोप की सेना ने तीन बार मात खाई थी, उसी हाइफा शहर को पाली के रणबांकुरे मेजर दलपत सिंह शेखावत ने भारतीय सेना का नेतृत्व करते हुए 23 सितंबर 1918 को अपने रण कौशल, चातुर्य तथा बुद्धिबल से यूरोप की सेना से आजाद करवाकर 1 घंटे में ही हिंद सेना का पंचरंगा ध्वज फहरा दिया था। 23 सितंबर को उनका शहादत दिवस पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया जाएगा। इसी से इजराइल शहर का दबदबा पूरे विश्व में आज भी कायम है हाइफा शहर इजराइल में समुद्र के किनारे बसा एक छोटा सा शहर है लेकिन इस समय यह शहर दुनिया के दो मजबूत लोकतंत्र को जोडऩे वाली सबसे बड़ी कड़ी बन चुका है। 105 साल पुराने युद्ध में हिंदुस्तानी वीरता ने इन्हें और मजबूती से जोड़ा है इजराइल में हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत की वीरता के किस्सों को वहाँ के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा चुका है तथा मेजर दलपतसिंह को उनकी शौर्य पराक्रम तथा वीरता के लिए तत्कालीन समय में भारतीय सेना के सर्वोच्च पुरस्कार मिलिट्री क्रॉस से नवाजा गया था। राष्ट्रीय प्रवक्ता रतन सिंह राणावत ने बताया कि मेजर शेखावत की याद में उनके शहादत दिवस पर 23 सितम्बर को रावणा राजपूत समाज भी जयपुर में अंतर्राष्ट्रीय महासम्मेलन का आयोजन कर श्रद्धांजलि देगा।

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