1.32 लाख सैलरी, रहना-खाना फ्री... इजरायल में भारतीय श्रमिकों के लिए बंपर हायरिंग, अब तक इतने लोगों का हुआ सेलेक्शन
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By - Bhilwara Halchal |31 Jan 2024 2:09 PM IST
नई दिल्ली। इजरायल-हमास युद्ध के बीच देश के कई राज्यों में नौकरियों की होड़ लगी है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत कई राज्यों में श्रमिकों द्वारा आवेदन किए जा रहे हैं। ये नौकरियां देश में नहीं बल्कि युद्धक्षेत्र इजरायल में निकली हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इजरायल क्यों भारतीयों को नौकरी देना चाहता है और भारतीयों में युद्धक्षेत्र में क्यों नौकरी करने की होड़ लगी है।
इजरायल ने क्यों मांगे श्रमिक?
- इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायली सरकार ने भारत से एक लाख श्रमिकों को भेजने की मांग की है।
- 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से उन्हें श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
- भारत से मजदूरों के चयन के लिए 15 सदस्यीय इजरायली टीम इस प्रक्रिया की देखरेख कर रही है।
- भारत से राजमिस्त्री, बढ़ई और अन्य निर्माण के कुशल श्रमिकों को इजरायल भेजा जाएगा।
- इससे पहले इजरायल में फलस्तीनी श्रमिक ही काम करते थे, लेकिन युद्ध के कारण उनका परमिट रद्द कर दिया गया है।
- साथ ही गाजा से लगी सीमाओं को भी फलस्तीनियों के लिए बंद किया गया है। इसके चलते इजरायल में श्रमिकों की बड़ी समस्या हो रही है।
भारत-इजरायल के बीच हुआ था ये समझौता
- भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, युद्ध शुरू होने से पहले पिछले साल इजरायल और भारत के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- इसके तहत 40,000 भारतीयों को इजरायल में निर्माण और नर्सिंग के क्षेत्र में काम करने की अनुमति मिलेगी।
- भारत के विदेश मंत्रालय के 2022 के आंकड़ों के अनुसार, इजरायल में लगभग 13,000 भारतीय कामगार हैं।
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