निम्बाहेड़ा की 37 ग्राम पंचायतों के 1850 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों ने सड़क सुरक्षा का लिया संकल्प
चित्तौड़गढ़ । चित्तौडगढ जिला प्रशासन, पुलिस, पंचायत राज विभाग, परिवहन व सड़क सुरक्षा विभाग , राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी तथा श्री सांवलिया मंदिर मंडल के संयुक्त तत्वावधान में हेलमेट प्रोत्साहन, शिक्षा, जागरूकता एवं अनिवार्यता अभियान के तहत् युवा जागृत- देश जागृत, युवा सुरक्षित-देश सुरक्षित थीम पर आयोजित सड़क सुरक्षा अग्रदूत प्रशिक्षण एवं हेलमेट वितरण कार्यक्रम बुधवार को वंडर टाउन हॉल निम्बाहेड़ा में पंचायत समिति निम्बाहेड़ा के अधीनस्थ 37 ग्राम पंचायतों के चयनित 50-50 व्यक्तियों यानि कुल 1850 सड़क सुरक्षा अग्रदूतों को प्रशिक्षण दिया गया।
सभी अग्रदूतों को मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री उदयलाल आँजना ने शपथ दिलायी।
उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा का राज्य में अलग से विभाग बनाया गया। मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षक एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी सड़क सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए दुर्घटना में घायलों की मदद करने में आगे आने की अपील की। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना का दर्द बहुत बुरा है जिसको मैंने बहुत क़रीब से देखा हे। साथ ही ट्रेनिंग कार्यक्रम को रोचक बताते हुए सभी से सड़क नियमों का पालन
करने और हेलमेट और सीट बेल्ट अनिवार्य रूप से लगाने हेतु विशेष अपील की। उन्होंने अपने युवा अवस्था का ज़िक्र करते हुए युवाओं से अपील की कि इस तरह कार्यक्रम पहली बार हो रहा है जिसमें अपने जीवन को सड़क पर बचाने के तरीक़ों को जीवन में अपनाने की अपील की। राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी एवं ज़िला प्रशासन के साथ-साथ श्री सांवलिया सेठ मंदिर मंडल का सहयोग के लिए आभार भी जताया। राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी के परियोजना सह समन्वयक भरतराज गुर्जर ने सोसायटी द्वारा चलाये जा रहे सड़क सुरक्षा अभियान के बारे में विस्तार से बताया कि सोसायटी अध्यक्ष ऋतु चौहान के निर्देशन में अब तक 55 हज़ार से अधिक लोगो को सड़क सुरक्षा अग्रदूत प्रशिक्षण देकर रियायती दर पर हेलमेट वितरित किए जा चुके है तथा 9 लाख से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक कर चुके है। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरूस्कार प्राप्त गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ अतिरिक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग अजमेर ने सड़क सुरक्षा चक्र के विभिन्न बिंदुओं के बारे मे बताया कि कैसे सड़क नियमों का पालना करके घर से सुरक्षित निकलकर घर पर सुरक्षित पहुँच सकते हैं। उन्होंने वाहन के नियंत्रण एवं सुरक्षा उपकरण , अधिकतम गति सीमा, लेन ड्राइविंग, सड़क की मूक भाषा सिग्नल, सड़क पर क्या करें और क्या नहीं करे , क्या सावधानी रखें तथा क्या जानकारी कैसे मिले इसके लिए सभी 100 रोड चिन्हों को समझाया। साथ सड़क पर रंगों का महत्व, गुड सेमेरिटन के अधिकार, ड्राइविंग चालीसा, सड़क पर कर्तव्य एवं प्रथम अधिकार, अपराध एव शास्तियों के बारे में स्थानीय भाषा में बताया तथा लोगों से प्रश्न किये जिसे लोगों ने रूचि लेकर सुना। डॉ. राठौड़ ने बताया कि अकेले ज़िले में सर्वाधिक सडक दुर्घटनाएं निम्बाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र में होती है। सोसायटी के कार्यकारी अध्यक्ष रुप सिंह राणावत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सड़क सुरक्षा अग्रदूतों की भूमिका एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में बताया।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा ने सभी से यातायात नियमो का पालन करने की बात कही, उन्होंने कहा कि हेलमेट का उपयोग केवल चालान से बचने के लिए नहीं अपितु अपना जीवन बचाने हेतु करना चाहिए। पूर्व प्रधान गोपाल आंजना ने भी अग्रदूतों से सुरक्षित चितौड़गढ़ बनाने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की। पंचायत समिति निम्बाहेड़ा की विकास अधिकारी सविता राठौड़ ने सभी अतिथियों एवं सोसायटी टीम का आभार व्यक्त किया तथा सडक सुरक्षा अग्रदूतों से अपनी अपनी ग्राम पंचायत को हेलमेट युक्त एवं दुर्घटना मुक्त बनाने की अपील की एवं अग्रदूतों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं सड़क सुरक्षा पॉकेट बुक वितरित की गई । सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा, सर सलामत तो सब सलामत, अब सड़कों पर नहीं बिखरने देंगे लाल खून-लाल खून के नारों से प्रशिक्षण स्थल गुंजायमान रहा। कृति प्राडक्शन के डॉ.भवानी सिंह राठौड़ ने देश में होने वाली सड़क दुर्घटना मौतों का आंकडा बताते हुए अपने द्वारा बनाई गई देश की पहली लघु फ़िल्म गुड समेरिट्न-सेव लाइफ़ फ़िल्म दिखाकर घायल व्यक्ति की मदद और उससे संबंधित राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को विस्तार से बताया।स्थानीय निवासी दिनेश चन्द्र बारेठ ने सड़क सुरक्षा को कविता के माध्यम से समझाया तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम को बहुत सराहा और ओमप्रकाश सोनी ने अपने सामने घटित एक सड़क दुर्घटना का ज़िक्र किया तथा अपील की।