कार सवार युवक से मिले 30 लाख रुपए:अपने को बताया मंडी व्यापारी, संदिग्ध होने पर पुलिस ने किए जब्त
चित्तौड़गढ़ । राजस्थान-मध्यप्रदेश की सीमा पर लगे पुलिस चेक पोस्ट पर नाकाबंदी के दौरान गुजरात के एक युवक के पास से 30 लाख रुपए मिले। युवक ने अपने आप को मंडी व्यापारी और सामान बेचने के बदले में रुपए मिलना बताया। फिलहाल पुलिस ने रुपयों को जब्त कर युवक को सभी डाक्यूमेंट्स पेश करने को कहा। यह कार्रवाई निंबाहेड़ा कोतवाली पुलिस और एनसीबी जोधपुर ने मिलकर की।
एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश राजस्थान बॉर्डर पर अवैध गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। निंबाहेड़ा थाना अधिकारी राम सुमेर मीणा के सुपरविजन में बुधवार को जलिया चेकपोस्ट पर नाकाबंदी की जा रही थी। निंबाहेड़ा पुलिस के साथ एनसीबी जोधपुर की टीम भी मौजूद थी।
नाकाबंदी के दौरान नीमच एमपी की तरफ से एक कार आती दिखाई थी। कार में सवार युवक था। पुलिस टीम ने कार ड्राइवर को रोका। तलाशी के दौरान कार की बीच वाली सीट पर एक प्लास्टिक का थैला रखा हुआ था। इस बारे में जब ड्राइवर गुजरात के जुनागढ़ हाल मध्यप्रदेश के नीमच निवासी जिग्नेशभाई (36) कोठिया पुत्र प्रवीणभाई पटेल से पूछा तो उसने थैली में रुपए होना बताया। थैली को खोलकर देखा तो उसमें 500, 200, 100 और 50 रुपए के नोट रखे हुए थे।
जब रुपयों की जानकारी लेनी चाहिए तो कर चालक ने कोई भी जवाब नहीं दिया। इतनी मात्रा में रुपए लेकर जाना संदिग्ध लगा। पुलिस थैले को थाने लाई। यहां पर नोटों की गिनती करने पर उसमें 30 लाख रुपए रखा हुआ मिला। निंबाहेड़ा पुलिस और एनसीबी जोधपुर की टीम ने जिग्नेशभाई को डिटेन कर रुपयों को अपने कब्जे में ले लिया।
पूछताछ के दौरान जिग्नेश भाई ने यह बताया कि वह एक मंडी व्यापारी है और दूसरे मंडी व्यापारियों को सामान बेचने आता है। वह कुछ माल नीमच मंडी में बेचता है तो कुछ माल निंबाहेड़ा मंडी में बेचता है। वहीं से उसको यह रुपए मिले हैं, लेकिन पुलिस द्वारा पूछने पर उसने किसी भी तरह के डॉक्यूमेंट पेश नहीं किए। पुलिस ने जिग्नेश भाई को तुरंत सारे डॉक्यूमेंट पेश करने की हिदायत दी। कार्रवाई वाली टीम में एएसआई सूरज कुमार, कांस्टेबल रणजीत, रामचंद्र और सुमित शामिल थे।