राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में 42 प्रतिभाओं का सम्मान
चित्तौड़गढ़। ऊर्जा, प्रेरणा एवं ज्ञान की इस धरती से सभी बाल वैज्ञानिक नई प्रेरणा लेकर देश को उन्नत बनाने का संकल्प लें ताकि हम विश्व मानवता को खुशहाल बना सकें। यह विचार 56 वीं राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि एकाध असफलता से हताश नहीं होना है, अपनी कमियों को दूर कर देश को चिकित्सा, शिक्षा वाणिज्य, तकनीकी, अंतरिक्ष सहित विविध क्षेत्रों में आगे बढ़ाना है। आरएससीईआरटी उदयपुर निदेशक कविता पाठक ने कहा कि अपने निकट के वातावरण का बारीकी से निरीक्षण करते हुए अपनी विज्ञान की अभिवृत्ति एवं अभिरुचि को लगातार आगे बढ़ाकर अपनी शोधवृत्ति को मांजना चाहिए। इस मौके पर उपनिदेशक कमलेंद्र सिंह, आलोक मिश्रा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा चाष्टा, कैलाश तेली ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ.कनक जैन एवं रणवीर सिंह ने किया। समारोह के प्रारंभ में आयोजक विद्यालय के संस्था प्रधान शंभू लाल भट्ट ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का प्रतिवेदन बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी प्रभारी अनामिका चौधरी ने प्रस्तुत किया। समारोह के दौरान पुरुषार्थी विद्यालय की बालिकाओं ने देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य एवं बलिदान की गाथा की प्रस्तुति दी। राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में 42 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। समारोह में समसा एडीपीसी प्रमोद दशोरा, शांतिलाल सुथार, अनिल सोनी, पार्षद टिंकू दमानी, राजेश कुमार तथा महेंद्र शर्मा भी मौजूद थे।