जून में होगी विपक्षी दलों की महाबैठक, 2024 में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर बन रही सहमति

जून में होगी विपक्षी दलों की महाबैठक, 2024 में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर बन रही सहमति
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नई दिल्ली, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल के बाद अब विपक्षी एकता के सियासी ट्रैक पर आने का रास्ता साफ हो गया है। 2024 के महासंग्राम में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने के लिए विपक्षी दलों के दिग्गजों की पहली महाबैठक जून महीने में होगी।विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाने पर बनी सहमति

  • कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ नीतीश कुमार की शनिवार को हुई दूसरे दौर की बैठक में विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाने पर सहमति बन गई।
  • बैठक की जगह और तारीख की घोषणा अगले एक-दो दिनों में कर दी जाएगी।
  • विपक्षी नेताओं की पटना में प्रस्तावित इस बैठक के लिए अब जगह का विकल्प खुला रखा गया है।
  • समझा जाता है कि नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेतृत्व से हुई चर्चा में संकेत दे दिया कि भाजपा की राजनीतिक धारा का विरोध करने वाले अधिकांश दलों के नेताओं ने विपक्षी एकता की पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रस्तावित बैठक में आने की हामी भर दी है।
  • विपक्षी एकता की पहल को आगे बढ़ाने में सूत्रधार की भूमिका निभा रहे नीतीश कुमार ने तमाम क्षेत्रीय दलों के दिग्गजों से बीते करीब डेढ़ महीने से चल रही मेल-मुलाकातों, चर्चाओं के बाद शनिवार को कांग्रेस नेतृत्व से दूसरे दौर की बातचीत की।
  • कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास दस राजाजी मार्ग पर हुई इस बातचीत में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।
  • नीतीश ने तमाम क्षेत्रीय दलों के नेताओं से हुई अपनी चर्चाओं के आधार पर कांग्रेस नेतृत्व से कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि चाहे कुछ मसलों पर आपसी समस्याएं हों मगर भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने पर लगभग व्यापक सहमति है।
  • विपक्षी एकता को दिशा देने के लिए बैठक बुलाए पर भी सब सहमत हैं।
  • समझा जाता है कि नीतीश ने कांग्रेस नेतृत्व से बैठक की तारीख तय करने के लिए कहा तो मल्लिकार्जुन खरगे ने एक-दो दिन में इस बारे में सूचित कर देने की बात कही।
  • सूत्रों के अनुसार, राजनीतिक कार्यक्रमों की वजह से मई के बाकी बचे आठ दिनों में बैठक बुलाना संभव नहीं है।
  • राहुल गांधी का 31 मई से दस दिनों का अमेरिका का दौरा प्रस्तावित है और ऐसे में उनके लौटने के बाद की तारीख ही पार्टी के लिए मुफीद होगी। इसीलिए विपक्षी एकता की पहली महाबैठक जून महीने में होगी।
  • विपक्षी दिग्गजों की यह बैठक पटना में बुलाए जाने का प्रस्ताव है, लेकिन नीतीश और कांग्रेस नेतृत्व की बैठक में लचीला रूख अपनाने पर सहमति बनी और कहा गया कि तारीख के साथ जगह का विकल्प अभी खुला रखा गया है। ऐसे में बैठक के दिल्ली में बुलाए जाने का विकल्प भी खुल गया है।
  • खरगे-राहुल और नीतीश की इस बैठक में कांग्रेस की ओर से संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तो जदयू की ओर से पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह लल्लन और बिहार के जल संसाधन व जनसंपर्क मंत्री संजय झा मौजूद थे।
  • राजद नेता तेजस्वी यादव तबियत खराब होने की वजह से इस बैठक में शामिल नहीं हो सके।
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