विजयदशमी पर्व पर निकला भव्य पथ संचलन
चित्तौड़गढ़। हर वर्ष की भांति संघ स्थापना दिवस पर मंगलवार को शहर मंे स्वंय सेवकों ने पथ संलचन निकाला। जिला संघचालक अनिरुद्ध सिंह भाटी ने बताया कि पथ संचलन केसर बाग से आरम्भ होकर, चामटी खेड़ा चौराहा, बालाजी फर्नीचर, बस स्टैंड, आजाद मठ, अप्सरा टॉकीज, केशव माधव सभागार, हीरा वाटिका, पावटा चौक, दिल्ली दरवाजा, चंदन पुरा, दूंचा बाजार, सदर बाजार, गोल प्याउ, सुभाष चौक, अप्सरा टॉकीज, राणा सांगा बाजार, शिवाजी चौराहा, सेतू मार्ग से होते हुए पुनः केसर बाग में सम्पन हुआ, जहा विजयदशमी उत्सव आयोजित हुवा जिसमें मुख्य अतिथि सूर्य प्रकाश थे। उत्सव में शस्त्र पूजन के बाद मुख्य अतिथि ने बताया कि अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की, अंधकार पर प्रकाश की विजय के प्रतीक महापर्व विजयादशमी हैं। बुराई के प्रतीक रावण का दहन, समाज से बुराईयों को खत्म करने व स्वस्थ समाज की रचना का संकल्प की तरह है। आज समाज में विद्यमान यौन हिंसा, बाल विवाह, अशिक्षा, जैसे अपराधों रूपी रावण के संहार करने की आवश्यकता हैं। अधर्म, अन्याय, व अत्याचार पर धर्म, न्याय, सत्य और सदाचार की शाश्वत्र जीत का यह पर्व सभी को अपने अंदर की बुराइयों को त्याग कर मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।