सोशल मीडिया के जरिए गलत खबरें फैलाए जाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिशें रोकने के लिए हर जिले में एक प्रतिनिधि तैनात
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं के भड़काऊ भाषणों पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत आयोग नेताओं को पहले से नोटिस भेजने जा रहा है। यह नोटिस उन नेताओं को विशेष रूप से भेजा जाएगा, जिनका नाम चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में भड़काऊ भाषण देने के लिए पहले से दर्ज है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का मानना है कि लोकसभा चुनाव 2024 में आयोग को सबसे ज्यादा चुनौती सोशल मीडिया और प्रचार के दौरान नेताओं के भड़काऊ भाषणों से आने वाली है। इससे निपटने के लिए आयोग ने तैयारी भी की है।
सोशल मीडिया के जरिए गलत खबरें फैलाए जाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिशें रोकने के लिए हर जिले में एक प्रतिनिधि तैनात किया गया है। कोशिश है कि ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट को तत्काल पहचान कर जरूरी प्रशासनिक कार्रवाई की जाए और जहां जरूरी लगे वहां पोस्ट हटवाने के लिए भी कार्रवाई की जाए।
नेताओं के भड़काऊ भाषणों पर अंकुश लगाने के लिए चुनाव आयोग की ओर से उन नेताओं को नोटिस भेजने की तैयारी है जिनका पहले भड़काऊ भाषण देने का रिकॉर्ड रहा है। ऐसे नेताओं को उनका पुराना रिकॉर्ड याद करते हुए आगाह किया जाएगा कि आपके भाषणों पर चुनाव आयोग की विशेष नजर रहेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त का मानना है कि इस कदम से चुनाव प्रचार को साफ-सुथरा रखने में मदद मिलेगी।