माता के मंदिर गई बेवा महिला को बाल पकडक़र गिराया, लात-घुसे मारे, गांव छुड़ाने व झोंपड़ी फूंकने की दी धमकी, अपमानित किया

भीलवाड़ा बीएचएन। आराध्य देवी पिपलाज माता के दीपक अगरबती करने के लिए गई मंदिर गई एससीएसटी की महिला को तीन महिलाओं सहित पांच लोगों ने न केवल जातिगत अपमानित किया, बल्कि उसे बाल पकड़ की नीचे गिराने के बाद लात-घुसों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। इसे लेकर पीडि़त महिला ने बदनौर थाने में आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
बदनौर पुलिस ने बीएचएन को बताया कि भील जाति की एक महिला ने रिपोर्ट दी। महिला ने कामडा की नाडी रतनपुरा निवासी रणी सिंह पुत्र मिठू सिंह रावत, देवा सिंह पुत्र कमु सिंह रावत, कमला देवी पत्नी रणी सिंह रावत,उमा देवी, सना देवी रावत,पुष्पा देवी पत्नी देवा सिंह रावत के खिलाफ यह रिपोर्ट दी।
पीडि़त महिला ने रिपोर्ट में बताया कि वह बेवा है और उसके चार बच्चे बच्ची है। वह नरेगा और मजदूरी करके पेट पालती है। शाम के समय वह,आराध्य देवी पिपलाज माता के दीपक अगरबती करने के लिए गई। वहां वह मंदिर में दीया बत्ती कर रही थी तभी आरोपित हाथ में ल_, पत्थर लेकर आये और आते ही उसे जातिगत अपमानित करते हुये मंदिर में चढऩे का उलाहना दिया। आरोप है कि रणी सिंह और देवा सिंह उसके साथ मारपीट करने लगे। उसे बाल पकड़ कर नीचे गिरा दिया। लात-घुसों से मारा। फिर दोनों ने अपनी पत्नियों कमला देवी पुष्पा देवी और पुत्रियों उमा देवी और सना देवी को आवाज लगाई। ये औरतें लठ लेकर आई और आते ही परिवादिया पर हमला कर दिया। उसे धमकी दी कि तू हमारे घर के बाहर, हमारे आने वाले रास्ते या कहीं पर भी मिली तो जान से मारी जायेगी । आरोपितों ने उसे यह धमकी भी दी कि जिस रास्ते पर हम निकलते उस रास्ते पर मत निकलना, अगर निकली तो गांव से भगा देंगे और तेरी झोपडी को जला देंगे। पीडि़ता की इस रिपोर्ट पर बदनौर पुलिस ने अपराध धारा 143,341,323 भादस 3(1)(एस),3(2)(वीए) एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर डीएसपी आसींद लक्ष्मणसिंह के जिम्मे की है।
