125 वर्ष बाद अक्षयतृतीया परशुराम जयंती पर बन रहा है पंचग्राही महायोग
चित्तौडगढ | भगवान परशुराम जी के अवतरण दिवस के शुभ पर्व पर नवकुंडीय परशुराम महायज्ञ का आयोजन समस्त ब्राह्मण समाज मधुवन सेंती चितौड़गढ़ द्वारा हाथीकुंड मंदिर मधुबन पर किया जा रहा है यज्ञाचार्य पंडित राकेश शास्त्री ने बताया विगत 7 वर्षों से परशुराम महायज्ञ का आयोजन किया जाता रहा है इस वर्ष भी नवकुंडीय परशुराम महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा जिसमें 51 जोड़ें परशुराम भगवान की पूजन कर परशुराम महायज्ञ में आहुतियां देंगे पंडित राकेश शास्त्री ने कहा की परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को 125 साल बाद पंच ग्राही योग बन रहा है क्योंकि शनिवार को आने वाले मेष राशि में चतुरग्राही महासंयोग वृषभ राशि में वक्री शुक्र एवं उच्च का चंद्रमा है कुंभ राशि में शनि स्वराशि का होने से अत्यंत ही मंगलकारी पंचग्राही महायोग बन रहा है किसी सुंदर पंचग्राही महायोग में हाथी कुंड मंदिर मधुबन चित्तौड़गढ़ पर नवकुंडीय परशुराम महायज्ञ का किया जा रहा है इस यज्ञ में अखंड भारतवर्ष के संपूर्ण सनातन धर्म के आप सभी 100 करोड़ भक्त सादर आमंत्रित है। पंडित राकेश शास्त्री ने कहा भगवान परशुराम जी ने हमेशा अधर्म का विनाश करके सनातन धर्म की स्थापना की है। आइए हम सब मिलकर चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के इस सुंदर महायज्ञ में अपनी आहुति दे और भगवान का अनुसरण करे।
भगवान परशुराम महायज्ञ की तैयारियां चल रही है इसमें भगवान परशुराम की भव्य झांकी बनाई जाएगी 22 अप्रैल 2023 शनिवार को प्रातः 8 बजे घट स्थापन के साथ भगवान परशुराम की पूजा अर्चना होगा बाद में परशुराम महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा इसमें यज्ञ में लोगों का उत्साह बढ़ चढ़कर देखने को मिल रहा है क्योंकि इस वर्ष बहुत ही सुंदर योग बन रहा है जिससे कि व्यक्ति के सभी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।